Astronomical Events: इस साल यानी वर्ष 2024 में आकाश में सूर्य और चंद्र ग्रहण के साथ सौर तूफान का दुनियाभर में अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा. दरअसल, इस साल आकाश में सूर्य ग्रहण और चन्द्र ग्रहण के साथ ही उल्का की बौछार से लेकर कई खगोलीय घटनाएं होने की संभावना हैं. बता दें कि साल के पहले महीने में ही चंद्र और पूर्ण सूर्य ग्रहण से पहले जनवरी की चार तारीख यानी आज उल्का की बौछार देखने को मिल सकता है.
80 उल्कापिंड/ घंटे हो सकती है बारिश
खगोलविदों का कहना है कि हर घंटे करीब 80 उल्कापिंड की बारिश होने की संभावना है. यदि ये प्रक्रिया चरम पर पहुंचती है तो आंकड़ा हर घंटे 200 के पार भी जा सकता है. इसके बाद साल के दूसरे महिने यानी फरवरी में वुल्फ मून देखने को मिल सकता है. वहीं, इस वर्ष का पहला चंद्र ग्रहण 24-25 मार्च को लगने वाला है, जो भारत में आंशिक ही होगा. बता दें कि यह ग्रहण उत्तर और पूर्व एशिया, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत, अटलांटिक, आर्कटिक और अंटार्कटिका के अधिकांश हिस्सों में प्रभावी रहेगा.
आसमान में दिखाई देंगे ऑरोरा
इस साल सौर गतिविधि भी काफी अधिक देखने को मिलेगी. जिसके कारण ध्रुवों पर सामान्य से ज्यादा ऑरोरा देखने को मिलेंगे. वहीं, सूर्य 2024 के मध्य से अंत तक अपने 11 साल के चक्र के चरम पर पहुंचने वाला है.
अप्रैल में लगेगा पहला सूर्य ग्रहण
आपको बता दें कि इस साल अप्रैल के महिने में चैत्र अमावस्या को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगेगा. लेकिन भारत में इसका प्रभाव न के बराबर रहेगा. जबगकि पश्चिमी एशिया, दक्षिणी-पश्चिम यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, अटलांटिक महासागर, उत्तरी ध्रुव और दक्षिणी ध्रुव में देखा जा सकेगा.
Astronomical Events: सितंबर में चंद्र ग्रहण
वहीं, साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 17-18 सितंबर को लगेगा. यह चंद्र ग्रहण भी आंशिक रूप से ही होगा. जिसके चलते भारत में यह दिखाई नहीं देगा. हालांकि, इसे यूरोप, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, दक्षिण और उत्तर अफ्रीका, हिंद महासागर, अटलांटिक महासागर और आर्कटिक महासागर में देखा जा सकता है.
खगोलविदों के अनुसार अगस्त में 11 से 13 अगस्त के बीच पर्सीड उल्का बौछार होंगी. खगोलविदों का कहना है कि इस बार आसमान में करीब 50 उल्का पिंड नजर आ सकते हैं. वहीं साल 2024 के दिसंबर महिने में 13 और 14 तारीख को जेमिनिड उल्का बौछार होगी और पूरी रात चलेगी. उल्का के इस बौछार में हर घंटे करीब 75 उल्का देखा जा सकता है.