Cricket In Dhoti Kurta: आपने क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ियों को जरूर देखा होगा. खिलाड़ी खेल के दौरान जर्सी और लोअर में नजर आते हैं. अगर आप से हम कहें कि देश में कुछ खिलाड़ी ऐसे हैं जो जर्सी और लोअर के बजाय ‘धोती’ और ‘कुर्ता’ पहनकर क्रिकेट खेल रहे हैं, तो आपको हैरानी होगी. हालांकि ये सत्य है.
दरअसल, मध्य प्रदेश के भोपाल में संस्कृति बचाओ मंच द्वारा एक अनोखा क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित किया गया है, इस टूर्नामेंट में खिलाड़ी ‘धोती’ और ‘कुर्ता’ पहनकर भाग ले रहे हैं. उससे से भी खास बात है कि यहां मैच की कमेंट्री हिंदी या अंग्रेजी में नहीं बल्कि संस्कृत भाषा में की जा रही है. इस टूर्नामेंट में 12 टीमें ने हिस्सा लिया है. बताया जाता है कि जो भी टीम इस टूर्नामेंट में विजय प्राप्त करेगी. उसे अयोध्या घुमाया जाएगा. जैसा कि सभी जानते हैं कि धोती-कुर्ता पहने और माथे पर तिलक लगाए वैदिक पंडित अक्सर संस्कृत भाषा में मंत्रोच्चारण ही करते हुए नजर आते हैं, लेकिन इन दिनों भोपाल में कुछ अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है.
टूर्नामेंट के आयोजन के पीछे का मुख्य कारण है ये
संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने के लिए इस टूर्नामेंट का आयोजन किया गया है. मध्य प्रदेश के भोपाल में एक क्रिकेट पिच पर क्रिकेटर्स धोती-कुर्ता में आमने-सामने दिखाई दिए. ऐसा नहीं है कि ये टूर्नामेंट पहली बार आयोजित किया जा रहा है. इस टूर्नामेंट का यह चौथा साल है. इन सभी मैचों की कमेंट्री संस्कृत भाषा में लाइव होती है. इस क्रिकेट मैच का एक छोटा सा वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है.
#WATCH | Madhya Pradesh: In a unique cricket tournament (Maharishi Maitri Match Tournament) organized by Sanskriti Bachao Manch in Bhopal, the players can be seen playing in 'dhoti' and 'kurta' while commentary is being done in the Sanskrit language. A total of 12 teams are… pic.twitter.com/VU7Y7y2t1Q
— ANI (@ANI) January 6, 2024
विजेता टीम घूमेगी अयोध्या
इस टूर्नामेंट के मुख्य आयोजक चन्द्रशेखर तिवारी की मानें तो विजेता टीम के लिए इस साल का मेगा पुरस्कार अयोध्या में राम मंदिर की मुफ्त यात्रा है. इस बात की भी जानकारी सामने आई है कि इस टूर्नामेंट का फाइनल मैच 8 जनवरी को खेला जाएगा. बता दें कि समिति के सदस्यों के अनुसार, इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है कि छात्रों के भीतर देश के प्रति प्रेम, स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और भारतीय संस्कृति और धर्म को बढ़ावा दिया जा सके.
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