‘गोलू-2’ भैंसा है 30 हजार बच्चों का पिता, कीमत 10 करोड़ और 25 लाख करता है कमाई, जानिए खासियत

Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Ajab Gajab News: हरियाणा से बिहार की राजधानी पटना पहुंचा एक भैंसा इन दिनों काफी चर्चा का विषय बना हुआ है. दरअसल, पटना के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में आजकल मुर्रा नस्ल के भैंसे को देखने के लिए लोगों की काफी भीड़ उमड़ रही है. बता दें कि इस भैंसे का नाम ‘गोलू 2’ रखा गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हरियाणा के किसान नरेंद्र सिंह विगत मंगलवार को भैंसे ‘गोलू 2’ को लेकर यहां पहुंचे हैं. नरेंद्र सिंह 23 दिसंबर तक पटना में रहेंगे.

10 करोड़ है ‘गोलू 2’ की कीमत

हरियाणा के किसान नरेंद्र सिंह ने इसका नाम भले ‘गोलू 2’ रखा है, लेकिन वो इसको प्रेम से ‘घुल्लू’ बुलाते हैं. इस भैंसे की कीमत 10 करोड़ के आस पास बताई जा रही है. बता दें कि नरेंद्र सिंह ने कहा कि छह साल के भैंसे ‘गोलू 2’ उनके घर तीसरी पीढ़ी है. उन्होंने बताया कि इसके दादा पहली पीढ़ी थे, जिसका नाम गोलू था. उस भैंसे का बेटा ‘बीसी 448-1’ था, जिसे ‘गोलू-1’ कह सकते हैं. वहीं, नरेंद्र सिंह का कहना है कि ये गोलू का पोता है. किसान ‘गोलू 2’ का सीमेन को बेचकर हर साल लगभग 25 लाख की कमाई कर लेते हैं. इतना ही नहीं अगर नरेंद्र सिंह की मानें तो ‘गोलू 2’ उनके इशारे को समझता है.

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डाइट में शामिल है ये आइटम

मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार भैंसे ‘गोलू 2’ की खुराक में ड्राई फ्रूट शामिल रहता है. वजन की बात करें तो इस भैंसे का वजन लगभग 15 क्विंटल है. वहीं, ऊंचाई करीब करीब साढ़े पांच फीट है. साथ ही ‘गोलू 2’ की चौड़ाई साढ़े तीन फुट है. भैंसा ‘गोलू 2’ दिन भर में करीब 35 किलो सूखा और हरा चारा खाता है. इतना ही नहीं इसके डाइट में चने को भी रखा गया है. ‘गोलू 2’ की डाइट में 7 से 8 किलोग्राम गुड़ भी शामिल है. किसान नरेंद्र के अनुसार इस भैंसे को कभी कभी घी और दूध भी दिया जाता है. इसके भोजन में प्रति महीने करीब 30 से 35 हजार रुपये का खर्च आता है.

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किसान नरेंद्र सिंह का कहना है कि ‘गोलू 2’ की सेवा में परिवार के सभी जुटे रहते हैं. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि अच्छे सीमेन का प्रयोग करके अच्छे भैंसे और भैंस तैयार हो सके. उनका कहना है कि अगर देश में अच्छे भैंसे और भैंस रहेंगे तो देश में दूध-दही की कभी कमी नहीं होगी. पशुपालक का कहना है कि वो अपने भैंसे को लेकर देश भर में जाते हैं. इसी कड़ी वो बिहार आए हैं पशुपालक ने कहा कि लंपी बीमारी के कारण पिछले साल वे अपने ‘गोलू 2’ को किसी प्रतियोगिता में लेकर नहीं जा सके. ‘गोलू 2’ की उम्र 6 साल है. इस नस्ल के भैंसे की अवसत उम्र 20 वर्ष के आस पास होती है. वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि 14 साल तक ‘गोलू 2’ की कीमत सुरक्षित रखना चुनौती है

‘गोलू 2’ 30 हजार बच्चों का बाप

उल्लेखनीय है कि हरियाणा के पशुपालक नरेंद्र सिंह को पशुपालन क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए पद्मश्री पुरस्कार मिल चुका है. ये सम्मान उनको साल 2019 में मिला था. नरेंद्र सिंह के अनुसार ‘गोलू 2’ अपने पिता और दादा से बेहतर भैंसा है. किसान के अनुसार इस भैंसे ने अभी तक 30 हजार के करीब अपने ह्रष्ट-पुष्ट उत्तराधिकारी को पैदा किए हैं. वहीं, ‘गोलू 2’ के उत्तराधिकारियों में एक का नाम कोबरा रखा गया है. आपको जानकर हैरानी होगी कि ‘गोलू 2’ के सीमन की डिमांड न केवल देश भर में बल्कि विदेशों में भी है.

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