ये कैसा प्यार? वरमाला के दौरान दूल्हा-दुल्हन एक दूसरे पर करने लगे थप्पड़बाजी, जानिए फिर क्या हुआ

Shubham Tiwari
Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Groom Bride Fight: आपने अब तक कई ऐसी शादियां देखी या सुनी होगी, जिसमें दूल्हा या दुल्हन का किसी और से अफेयर चलता है और शादी वाले दिन उसका प्रेमी या प्रमिका आकर शादी तोड़वाने की कोशिश करता है. लेकिन यूपी के मेरठ से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. जहां शादी के लिए प्रेमी-प्रेमिका परिवार वालों की मर्जी के साथ शादी कर रहे थे. लेकिन अचानक ऐसा हुआ है कि दोनों एक दूसरे के दुश्मन बन गए और एक दूसरे को थप्पड़ मारने लगे.

जानिए पूरा मामला

दरअसल, पूरा मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ का है. जानकारी के मुताबिक, मेरठ के दौराला थाना इलाके के सरसवा गांव में रहने वाली युवती दिल्ली में प्राइवेट जॉब करती है. युवती को दिल्ली के रहने वाले युवक से प्यार हो गया. दोनों की प्रेम कहानी चलती रही. धीरे-धीरे बात आगे बढ़ी. प्रेमिका ने एक दूसरे का हाथ पकड़कर सात जन्मों तक साथ निभाने की कसम खाई. इसके बाद परिवार वालों की रजामंदी से दोनों की शादी तय हो गई.

इसके बाद दूल्हा दिल्ली से बारात लेकर मेरठ के दौराला थाना इलाके के सरसवा गांव पहुंचा. जहां घरातियों ने बारातियों का आदर सत्कार किया. खूब नाचना गाना भी हुआ. शादी की रस्में भी शुरू हो गईं. लेकिन जैसे ही रस्में शुरू हुई तो उसमें देरी होती चली गई. इसको लेकर भी घराती और बाराती दोनों में विवाद होने लगा. हालांकि, कुछ लोगों ने बीच बचाव कर मामले को निपटा लिया.

इसके बाद दूल्हा-दुल्हन स्टेज पर जयमाला के लिए चढ़े. लेकिन जयमाला के कार्यक्रम में भी देरी होने लगी. जिसके बाद स्टेज पर ही दूल्हा-दुल्हन में कहासुनी हो गई. दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि गुस्से में आई दुल्हन ने दूल्हे के थप्पड़ जड़ दिया, दूल्हे को भी गुस्सा आ गया और उसने भी दुल्हन को थप्पड़ मार दिया. फिर क्या दोनों के बीच गाली-गलौज और थप्पड़ बाजी भी शुरू हो गई. यही नहीं इस दौरान घराती बाराती भी आमने सामने आ गए. इसके बाद बारातियों को बिन दुल्हन ही वापस जाना पड़ा.

तहरीर देने के बजाय हो गया समझौता

वहीं, इस पूरे मामले की जानकारी होने के बाद जब पुलिस की टीम पहुंची तो किसी भी पक्ष ने तहरीर नहीं दी और दोनों पक्ष में समझौता हो गया.पुलिस मौके पर गई थी लेकिन दोनों ही पक्ष कोई कार्यवाही नहीं चाहते थे.

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