बुंदेलखंड में एक ऐसा मंदिर जहां होती है ‘कुतिया’ की पूजा! जानिए ऐसा क्यों करते हैं ग्रामीण

Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Kutiya Mata Mandir: भारत में मंदिरों की भरमार है. सभी की अपनी-अपनी मान्यता है. आपने आज तक देवी-देवताओं के मंदिर ही देखे होंगे. लेकिन, यूपी के झांसी जिले में एक ऐसा अजीबोगरीब मंदिर है, जिसका नाम ‘जय कुतिया महारानी मां’ है. गांव का हर शख्स यहां माथा जरूर टेकता है. स्थानीय लोगों के अनुसार, इस मंदिर को सालों पहले स्थापित किया गया था और आज भी यह मंदिर झांसी में मौजूद है.

गांव के लोग यहां रोजाना जल चढ़ाते हैं और ‘कुतिया महारानी’ को भोग लगाने के बाद उनका आशीर्वाद लेते हैं. यह नजारा देखकर हो सकता है कुछ पल के लिए आप हैरत में आ जाएं, लेकिन जो भी यहां पहली बार आता है वह इस मंदिर को देखने और यहां की कहानी सुनने जरूर जाता है.

कहां बसा है यह मंदिर?

आपको बता दें कि यह कुतिया माता का मंदिर उत्तर प्रदेश में झांसी के मऊरानीपुर तहसील में स्थित है. वहीं, कुतिया माता मंदिर के बारे में गांव के लोग बताते हैं कि जिस घर में भी पहले कार्यक्रम होता था, ये कुतिया वहां पर खाना खाने पहुंच जाया करती थी. ग्रामीणों की मानें तो यह मऊरानीपुर के गांव रेवन व ककवारा में रहती थी. ऐसा कहा जाता है कि एक बार रेवन गांव में कार्यक्रम हुआ और कुतिया जब वहां पहुंची तो खाना खत्म हो चुका था. इसके बाद जब कुतिया ककवारा गांव पहुंची तो वहां भी उसे खाना नहीं मिला.

दोनों जगहों पर खाना ना मिलने के कारण वह भूख से तड़प कर मर गई. गांव वालों को जब इसकी जानकारी मिली तो सभी को बहुत दुखी हुए. दोनों गांव के लोगों ने मिलकर कुतिया को दोनों गांवों की सीमा पर दफना दिया. बाद में जहां कुतिया को दफनाया गया था, उस स्थान पर सफेद चबूतरा बनवाया गया और कुतिया की मूर्ति लगवा दी गई. उसी समय से लोग कुतिया महारानी की पूजा करने लगे और आज तक यह परंपरा चल रही है. गांव के लोग यहां आते हैं कुतिया माता की पूजा करते हैं.

रिपोर्ट- विवेक राजौरिया

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