जमीन से 643 किलोमीटर नीचे मिला बड़ा रहस्यमयी महासागर, सतह से 3 गुना अधिक पानी हैं मौजूद

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Water Found In Rock: हमारा ब्रह्मांड कई सारे रहस्यों से भरा हुआ है. अंतरिक्ष में आए दिन कई प्रकार के मेटलों की खोज होती रहती है. इसी प्रकार पृथ्वी पर भी सदैव ही कोई ना कोई नई खोज जारी रहती है. ऐसे में ही हाल ही में पृथ्वी के अंदर अब एक और नई चीज मिली है. खास बात ये है कि ये न तो ठोस है और न ही तरल और न ही गैस.

दरअसल, वैज्ञानिकों ने हाल ही में पृथ्वी के परत के नीचे पानी का भंडार खोज निकाला है. यह पानी का महासागर हमारे पैरों से 643 किलोमीटर नीचे मिला है, जो एक चट्टान में जमा हुआ है.

वैज्ञानिकों को मिला पदार्थ का चौथा रूप

आपको बता दें कि जिस चट्टान में यह पानी खोजा गया है उसका नाम है रिंगवुडाइट चट्टान. वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं ने बताया कि यह एक मेंटल रॉक है, जिसके अंदर एक परंपरागत स्पंज जैसी अवस्था में पानी जमा है. इस चट्टान के अंदर पानी न तो ठोस है और ना ही तरल और ना ही किसी गैस के फॉर्म में. यह कोई अनोखी चौथी चीज है.

इस खनिज में मिला पानी का भंडार  

वैज्ञानिकों का कहना है कि रिंगवुडाइट चट्टान एक स्पंज के जैसा है, जो पानी को सोख लेता है. इस बात का खुलासा इसी खोज में जुटे भूभौतिकीविद् स्टीव जैकबसन ने किया है. स्टीव का कहना है कि यह चट्टान एक विशेष चट्टान है, जो हाइड्रोजन को आकर्षित करती है और पानी को खुद में सोखने देती है. ऐसे में इस खनिज में ढेर सारा पानी जमा हो सकता है.

भूकंप का अध्ययन के दौरान मिली जानकारी

स्टीव ने बताया कि हमारे वैज्ञानिक दशकों से लापता हुए गहरे पानी की खोज कर रहे थे और यह हमारी इस खोज को समझने में और मदद कर सकता है. उन्‍होंने बताया कि इसका पता उस वक्‍त चला, जब वैज्ञानिक भूकंप का अध्ययन कर रहे थे. इस दौरान उन्‍होंने पाया कि भूकंपमापी पृथ्वी की सतह के नीचे शॉकवेव्स कैच कर रहे थे, जिससे यहा पानी होने का अनुमान लगाया गया. इसके बाद पता चला कि रिंगवुडाइट में पानी रुका हुआ था.

महासागरों की तुलना में तीन गुना अधिक पानी

वहीं, वैज्ञानिकों का कहना है कि चट्टान में मात्र एक फीसदी पानी है. जिसका मतलब है कि पृथ्वी की सतह के नीचे महासागरों की तुलना में तीन गुना अधिक पानी मौजूद है.

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