धर्म की कमाई से व्यक्ति धीरे-धीरे आगे बढ़ता है, लेकिन कभी नीचे नहीं गिरता: दिव्य मोरारी बापू 

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा, बाले युगोऽयं दारूणःकलिः। देवर्षि नारद जी महाराज भक्ति महारानी से कहते हैं कि- ये कलियुग है। यहां तो सदाचार लुप्त हो गया है। धर्म-कर्म सब छूट चुका है। यहां संत दुःखी हैं और दुष्ट मौजकर रहे हैं। यह कलियुग है। कलियुग का मित्र है अधर्म है। जो पाप करेगा कलियुग उसे ऊपर उठायेगा और जो धर्म करेगा उसको दबायेगा। लेकिन एक बात ध्यान रखना, पत्थर को आप जितनी जोर से फेंकिये बड़ी तेजी से ऊपर जाता है, लेकिन जितनी तेजी से ऊपर जाता है उतनी तेजी से नीचे भी आता है।

धुआं धीरे-धीरे ऊपर चढ़ता है और लौटने का नाम नहीं लेता है। जो अधर्म की कमाई होती है वो व्यक्ति को एकदम बढ़ा देती है। लेकिन जितनी जल्दी बढ़ाती है। उतनी ही जल्दी नीचे गिरा भी देती है। धर्म की कमाई से आप धीरे-धीरे आगे बढ़ोगे लेकिन नीचे कभी गिर नहीं सकोगे। जीवन में सदा सुखी रहोगे। सत्यं वद धर्मं च। आप कहते हैं हम भजन करते हैं, पर हम दुःखी हैं। हो सकता है आपके भजन में कहीं कोई त्रुटि हो। आपके व्यवहार में, आपके जीवन में, आपके क्रियायों में कोई त्रुटि हो। सम्भव है देखा-देखी आप भजन कर रहे हों ।
सम्भव है फॉर्मेलिटी के रूप में आप भजन कर रहे हों। यदि आपके कर्म शुद्ध हों और चिंतन बढ़िया हो, ऐसा हो नहीं सकता कि विपत्ति में परमात्मा आपका सहायक न बने। सभी हरि भक्तों को पुष्कर आश्रम एवं गोवर्धनधाम आश्रम से साधु संतों की शुभ मंगल कामना, श्री दिव्य घनश्याम धाम, श्री गोवर्धन धाम कॉलोनी, बड़ी परिक्रमा मार्ग, दानघाटी, गोवर्धन, जिला-मथुरा, (उत्तर-प्रदेश) श्री दिव्य मोरारी बापू धाम सेवा ट्रस्ट, गनाहेड़ा, पुष्कर जिला-अजमेर (राजस्थान).

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