भगवान की आराधना के बिना व्यर्थ है आपका जीवन: दिव्य मोरारी बापू

Shivam
Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Shivam
Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा, शवहस्तेन भोजनम्- श्रीमद्भागवत महापुराण में लिखा है कि धुंधकारी मुर्दे के हाथ से भोजन करता था. जिस हाथ से सूर्य को जल नहीं चढ़ता, शिव का अभिषेक नहीं होता, भगवान का भजन-पूजन सेवा नहीं होती, वह हाथ मुर्दे के हाथ के समान है. श्री ठाकुर जी का विग्रह रखो, नित्य सेवा पूजा करो और भगवान से प्रार्थना करो कि हे परमात्मा मैं आपकी सेवा पूजा कर सकूं ऐसी आप हमें बुद्धि एवं शक्ति प्रदान करना. आपकी व्यवस्था में कैसे करूंगा? आप स्वयं शक्ति दे करके सब कुछ करवाना.

भगवान की सच्चे हृदय सेवा करोगे, तो भगवान सब व्यवस्था करेंगे. अपनी व्यवस्था तो करेंगे ही, आपके जीवन की व्यवस्था भी करेंगे। भगवान की सेवा, भगवान के भक्तों-संतों की सेवा से ही हाथों की सार्थकता है. बिना भजन, कीर्तन, साधना, सत्कर्म, बिना गुरु धारण किये, जीवन समाप्त हो गया, तो मानव जीवन पाना व्यर्थ हो गया. जो मनुष्य शरीर पाकर भजन नहीं करते, केवल खाना-पीना, सोना- जगना और जीवन के व्यवहार में ही लगे रहते हैं, तो बिना भगवान की आराधना किये इतना होने के बाद भी जीवन व्यर्थ हो जायेगा.

इसीलिए गीता, रामायण ने करोड़ों करोड़ लोगों को जीवन व्यर्थ होने से बचा दिया, अर्थात् भजन से लगा दिया. इसलिए गीता जी रामायण जी बड़ी है जो हमारे जीवन को व्यर्थ होने से बचा लेती हैं. आधे घंटे स्नान घर में साबुन लगाने का सबके पास समय है. लेकिन, स्नान के बाद दो क्षण प्रभु के स्मरण का समय नहीं है. धर्मशास्त्र कहते हैं गरीब वो नहीं है, जिनके पास धन मकान परिवार नहीं है. गरीब वो हैं जिनके पास अपना उद्धार करने का समय नहीं है. कई लोग हनुमान चालीसा भी पढ़ेंगे तो ऐसे पढ़ेंगे, जिसमें दश प्रतिशत से कम पाठ हुआ.

आप भगवत पारायण बन जाओ, भगवान हमारे हैं. दो वर्ष का बच्चा कौन सी मां की भक्ति करता है, केवल मां पर पारायण है. मां उसे नहलाती, धुलाती, खिलाती, पिलाती है. वैसे हमें दो वर्ष के बच्चे जैसा भगवत पारायण बनना है. आप अपनी भक्ति बढ़ाना चाहते हो, तो थोड़ी-थोड़ी देर पर कहो. हे नाथ! मैं आपको भूलूं नहीं. सभी हरि भक्तों को तीर्थगुरु पुष्कर आश्रम एवं साक्षात् गोलोकधाम गोवर्धन आश्रम के साधु-संतों की तरफ से शुभ मंगल कामना. श्री दिव्य घनश्याम धाम श्रीगोवर्धन धाम कॉलोनी बड़ी परिक्रमा मार्ग, दानघाटी, गोवर्धन, जिला-मथुरा, (उत्तर-प्रदेश) श्रीदिव्य मोरारी बापू धाम सेवाट्रस्ट, ग्रा. पो. -गनाहेड़ा पुष्कर जिला-अजमेर (राजस्थान).

ये भी पढ़े: Panchang 03 February 2024: शनिवार का पंचांग, जानिए शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

Latest News

बोतल में लगाना चाहते हैं मनी प्लांट? जान लें ये सीक्रेट तरीका, तेजी से ग्रो करेगा पौधा

Money Plants Grow in a Bottle of Water: प्राकृतिक से प्रेम करने वाले लोग अक्‍सर अपने घरों को सजाने के...

More Articles Like This