Diwali 2024: हिंद धर्म के पवित्र त्यौहारों में से एक दशहरा का पर्व बीत चुका है. वहीं, अब लोग दीपोत्सव के पर्व दीपावली की तैयारी में लग गए हैं. बाजारों में भी दीपावली के महापर्व की धूम दिखाई देनी शुरू हो गई है. ऐसे में आज हम आपको भारत के ऐसे जगह के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां दीपावली का त्यौहार नहीं मनाया जाता है और ना तो यहां इस दिन दीये जलाए जाते हैं.
जैसा की हम सभी जानते हैं कि अयोध्या के राजा भगवान राम रावण का वध करने और वनवास खत्म करने के बाद कार्तिक माह की अमावस्या के दिन अयोध्या वापस लौटे थे. इस खुशी में समस्त अयोध्या वासी अपने घरों को दीपक से सजाकर भगवान राम का स्वागत किए थे. यही वजह है कि दीपावली से पूर्व लोग अपने घरों की साफ-सफाई कर लेते हैं और दीपावली के दिन अपने घर के कोने-कोने को दीपक की रोशनी से प्रकाशित करते हैं. साथ ही आतिशबाजी भी करते हैं.
जानिए कहां नहीं मनाई जाती है दीपावली
वहीं, भारत के दक्षिणी राज्य केरल में दीवाली का त्यौहार नहीं मनाया जाता है. केरल के लोग दीपावली के अलावा अन्य त्यौहार धूमधाम से मनाते हैं. लेकिन दीपावली के दिन ना तो ये दीये जलाते हैं और ना तो आतिशबाजी करते हैं. बता दें कि केरल में दीपावली सिर्फ कोच्चि में मनाई जाती है. केरल के अलावा तमिलनाडु में भी एक जगह ऐसी है जहां दीवाली नहीं मनाई जाती है
जानिए क्यों नहीं मनाई जाती है दीपावली
अब आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि आखिर यहां दीपावली का पर्व क्यों नहीं मनाया जाता है, तो हम आपको बता दें कि केरल के राजा राक्षस महाबलि थे और यहां आज भी महाबलि की पूजा की जाती है. दीपावली का पर्व राक्षस रावण के हार के खुशी में मनाया जाता है. इसलिए यहां के लोग राक्षस की हार पर पूजा नहीं करते हैं.
बताते चलें कि केरल में दीपावली न मनाने की दूसरी वजह यह भी है कि यहां पर हिन्दू धर्म के लोग बहुत कम हैं. इस वजह से भी यहां दीपावली के पर्व पर धूम नहीं होती है. इसके अलावा इस समय केरल में बारिश होती है जिसके चलते पटाखे और दीये नहीं जलाए जाते हैं.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट पर मौजूद लेखों से लिया गया है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)