Diwali 2024 Puja Vidhi: प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास की अमावस्या तिथि के दिन दिवाली (Diwali 2024) का त्योहार मनाया जाता है. दीपोत्सव का ये पर्व पूरे देश में आज मनाया जा रहा है. दिवाली पर लोग अपने घरों को दीयों से रोशन कर खुशियां मनाते है. इस दिन सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा का विधान है. मान्यताओं के अनुसार, दिवाली का दिन मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए सबसे सर्वश्रेष्ठ होता है. ऐसे में चलिए आपको बताते हैं कि, दिवाली पर लक्ष्मी-गणेश पूजन विधि और महत्व…
दिवाली पूजन विधि (Diwali 2024 Puja Vidhi)
- दिवाली के दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की विधिवत पूजा की जाती है. उनकी पूजा करने के लिए पूजा स्थान को अच्छे से साफ कर लें.
- एक चौकी लेकर उस पर पीला या लाल रंग का वस्त्र बिछा लें.
- उस चौकी पर थोड़ा अनाज रख दें.
- अनाज के बीच में कलश स्थापित करें.
- कलश में पानी भर लें, उसमें चावल के दाने, एक सुपारी, एक सिक्का और गेंदे का फूल डाल दें.
- कलश के ऊपर गोलाकार आकार में 5 आम के पत्ते रखें.
- चौकी के बीच में मां लक्ष्मी की मूर्ति रखें. भगवान गणेश की मूर्ति को कलश के दाहिनी ओर रखें.
- एक थाली में अक्षत के दानों का पहाड़ बना लें. मूर्ति के सामने हल्दी से कमल का फूल बनाकर, उसमें सिक्के डाल दें.
- अब मूर्ति के सामने पुस्तक, धन/व्यवसाय से संबंधित चीजें रख दें.
- इसके बाद मां लक्ष्मी और गणेश जी को तिलक लगाएं साथ ही कलश पर भी तिलक लगाकर दीपक जलाएं.
- मां लक्ष्मी और गणेश जी को फूल चढ़ाएं, कुछ फूल अपनी हथेली में रखें.
- अब आंख बंद करके दिवाली पूजा मंत्र का पाठ करें.
- हथेली में लिए फूल को लक्ष्मी जी और गणेश जी को अर्पित कर दें.
- मां लक्ष्मी की मूर्ति को पानी से स्नान कराने के बाद पंचामृत से स्नान कराएं.
- पंचामृत के बाद फिर से मूर्ति को पानी से स्नान कराएं. अब मूर्ति को कपड़े से पोछकर वहीं वापस रख दें.
- मूर्ति पर चावल, कुमकुम, हल्दी डाल दें. अब माता के गले में माला डालकर अगरबत्ती जला लें.
- लक्ष्मी मां को सुपारी, पान का पत्ता, नारियल चढ़ाएं.
- माता के सामने सिक्के और फूल चढ़ाएं.
- थाली में दीया रखकर, लक्ष्मी जी की आरती करें.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई सामान्य मान्यताओं और ज्योतिष गणनाओं पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)