Hanuman Ji: आखिर क्यों हनुमान जी को प्रिय है सिंदूर? जानें इससे जुड़ा एक अद्भुत किस्सा

Divya Rai
Content Writer The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Hanuman Ji: सनातन धर्म में सप्ताह के मंगलवार का दिन हनुमान जी (Hanuman Ji) को समर्पित है. इस दिन श्री राम भक्त बजरंगबली की विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है. पूजा में संकटमोचन हनुमान को केसरिया सिंदूर चढ़ाने का काफी महत्व है. माना जाता है कि बिना सिंदूर चढ़ाएं उनकी अराधना अधूरी रह जाती है. आपने देखा होगा कि हनुमान जी पूरे शरीर पर केसरिया रंग का सिंदूर लगाए रहते हैं, लेकिन क्या आप इसके पीछे का रहस्य जानते हैं? आइए हम इस रहस्य से जुड़ा एक अद्भुत किस्सा आपको बताते हैं…

श्री राम के परम सेवक हैं हनुमान

बजरंगबली को भक्त शिरोमणि कहा जाता है, क्योंकि वो भगवान राम के परम सेवक हैं. उनके रोम-रोम में प्रभु श्री राम बसे हैं. हनुमान जी ने एक बार अपने पूरे शरीर में केसरिया सिंदूर लगा लिया था. ये देखकर श्री राम मुस्कुराकर बजरंगबली से पूछते हैं कि उन्होंने ऐसा क्यों किया. तभी हनुमान जी उनको इसके पीछे की वजह बताते हैं. आइए जानते हैं.

श्रीराम की दीर्घायु के लिए मां सीता लगाती हैं सिंदूर

पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक दिन मां सीता सिंदूर से अपनी मांग भर रही थीं. उस वक्त बजरंगबली वहीं मौजूद थे. उन्होंने माता सीता से पूछा कि, माता आप ये सिंदूर क्यों लगा रही हैं. हनुमान जी का ये सवाल सुनकर मां सीता कहती हैं कि, सुहागिनें ये सिंदूर अपने पति के अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए लगाती हैं. यही वजह है कि मैं भी अपने स्वामी श्रीराम की मंगलकामना और लंबी आयु के लिए सिंदूर से अपनी मांग भरती हूं.

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हनुमान जी ने श्रीराम के लिए लगाया सिंदूर

मां सीता का ये जवाब सुनकर बजरंगबली सोच में पड़ जाते हैं कि यदि मांग में एक चुटकी सिंदूर लगाने से श्रीराम की आयु लंबी होती है, तो इस सिंदूर को पूरे शरीर में लगा लेने से वो अमर हो जाएंगे. श्रीराम की दीर्घायु की मनोकामना करते हुए हनुमान जी ने पूरे शरीर में सिंदूर लगा लिया. अपने प्रति भक्ति समर्पण देख भगवान राम उनसे प्रसन्न होते हैं. इस दिन के बाद बजरंगबली को सिंदूर लगाने का प्रचलन शुरू हो गया. माना जाता है कि संकटमोचन को सिंदूर अर्पित करने से वो अपने भक्तों से शीघ्र प्रसन्न होते हैं.

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और ज्योतिष गणनाओं पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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