Lucky Plant Astro Tips: सावन सोमवार के दिन लगाएं ये चमत्कारी पौधा, झमाझम होगी नोटों की बारिश

Shubham Tiwari
Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Lucky Plant Astro Tips: सावन का पावन महीना कल यानी 22 जुलाई दिन सोमवार से शुरू हो रहा है. ऐसी मान्यता है कि जो भक्त इस महीने सच्चे मन से भगवान शिव की पूजा आराधना करके उन्हें प्रसन्न कर देता है, उनके जीवन में कभी किसी चीज की कमी नहीं होती है. भगवान शिव को हरियाली बहुत पसंद है. ऐसे में ज्योतिष की मानें तो भगवान शिव सिर्फ पूजा जलाभिषेक ही नहीं, बल्कि कुछ ऐसे पौधे हैं, जिसे यदि यदि सावन सोमवार के दिन घर लगा देंगे तो, वे प्रसन्न हो जाएंगे.

ज्योतिष की मानें तो ये पेड़ भगवान शिव को बहुत प्रिय हैं और इसे सावन सोमवार के दिन घर पर लगाने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है. आइए जानते हैं कौन से हैं वे पौधे, जिससे महादेव प्रसन्न हो जाएंगे.

शमी का पेड़

भगवान शिव को शमी का पेड़ बहुत प्रिय है. ज्योतिष शास्त्र में शमी के पौधे को चमत्कारी पौधा कहा जाता है. इसे घर पर लगाने से न सिर्फ भगवान शिव प्रसन्न होते हैं, बल्कि शनि के प्रकोप से भी मुक्ति मिलती है. ऐसी मान्यता है कि जो लोग सावन सोमवार या शनिवार के दिन अपने घर पर शमी का पौधा लगा दें, तो उस घर की दिन-रात तरक्की होती है और कभी रुपये पैसे की कमी नहीं होती है. ध्यान रहे शमी का पौधा कभी भी घर के घर की उत्तर या पूर्व दिशा में इस स्थान पर लगाएं, ताकि घर से निकलते समय वह आपके दाए हाथ की तरफ हो.

बेलपत्र का पौधा

भगवान शिव को बेलपत्र भी बहुत प्रिय है. ऐसी मान्यता है कि जिस घर में सावन सोमवार के दिन बेलपत्र का पौधा लगा दिया जाए और उसके नीचे शिवलिंग रखकर नियमित पूजा किया जाए, उस घर का चौतरफा विकास होता है. साथ ही उस घर पर भगवान शंकर, मां पार्वती के साथ मां लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है.

मदार (आंक) का पौधा

मदार (आंक) का फूल भगवान शिव को बहुत प्रिय है. ऐसी मान्यता है कि जहां आंक का पौधा होता है, वहां भगवान शिव का साक्षात वास होता है. बता दें कि भगवान शिव को सफेद फूल वाले आंक का पौधा ज्यादा प्रिय है. इसलिए सावन सोमवार के दिन घर पर आंक का पौधा लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है और हमारे सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है.

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और विभिन्न जानकारियों पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

More Articles Like This

Exit mobile version