Mahashivratri 2024: शिवभक्तों का त्योहार महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2024) आने में कुछ ही दिन शेष हैं. 8 मार्च 2024 को यह त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाएगा. यह त्योहार हर साल फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को पड़ता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन भगवान भोलेनाथ ने माता पार्वती से विवाह रचाई थी. ऐेसे में इस दिन भगवान शिव और गौरी माता की विशेष पूजा अराधना की जाती है. लोग भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए व्रत भी रखते हैं. शिवपुराण के कोटिरुद्र संहिता में भगवान शिव के द्वादश यानी 12 ज्योतिर्लिंग का वर्णन किया गया है.
सनातन धर्म में द्वादश ज्योतिर्लिंग के दर्शन पूजन का विशेष महत्व है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 12 ज्योतिर्लिंगों का 12 राशियों से अनोखा संबंध होता है. माना जाता है कि राशिनुसार इन शिवलिंगों का दर्शन बेहद शुभ होता है. जातक की सभी मनोकानाएं पूर्ण होती है. ऐसे में इस महाशिवरात्रि पर आप अपने राशि के अनुसार ज्योतिर्लिंग का दर्शन करके भगवान शिव को प्रसन्न कर सकते हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में…
मेष राशि
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस राशि का सीधा संबंध रामेश्वर ज्योतिर्लिंग से होता है. रामेश्वर ज्योतिर्लिंग की स्थापना सुर्यवंश के प्रतापी राजा मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम ने की थी.
वृषभ राशि
वृषभ राशि का संबंध सोमनाथ ज्योतिर्लिंग से बताया गया है. इस राशि के स्वामी चंद्र देव हैं और चंद्र को सोम के नाम से भी जाना जाता है.
मिथुन राशि
मिथुन राशि का संबंध नागेश्वर ज्योतिर्लिंग से होता है. माना जाता है कि इस राशि में राहु उच्च होते हैं, जिससे शक्ति, पराक्रम और रहस्य की बढ़ोतरी होती है.
कर्क राशि
कर्क राशि का संबंध नर्मदा नदी पर स्थित ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग से है. बृहस्पति कर्क राशि के स्वामी माने जाते हैं, जो ज्ञान, सौभाग्य और आयु के दाता हैं.
सिंह राशि
सिंह राशि के स्वामी सूर्य देव माने जाते हैं और इस राशि का सीधा संबंध धुशनेश्वर ज्योतिर्लिंग से बताया गया है. माना जाता है इनकी आराधना करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है.
कन्या राशि
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कन्या राशि का सीधा संबंध आंध्र प्रदेश के मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग से हैं. इस राशि के स्वामी, वाणी और बुद्धि के दाता बुध ग्रह हैं.
तुला राशि
तुला राशि का संबंध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग से है, जो उज्जैन में महाकाल के नाम से भी विख्यात हैं. शनि देव को इस राशि का स्वामी माना जाता है. शनि देव से ज्ञान, न्याय और वैराग्य की प्राप्ति होती है.
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि का संबंध बाबाधाम में स्थित बाबा वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग से होता है. इनके आशीर्वाद से जातक को शारीरिक और मानसिक पीड़ाओं से मुक्ति मिलती है.
धनु राशि
धनु राशि का संबंध बाबा विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग से है, जिनके दर्शन से साधक को मोक्ष की प्राप्ति होती है. साथ ही यह केतु का उच्च स्थान भी होता है.
मकर राशि
ज्योतिष शास्त्र में मकर राशि के जातकों का संबंध भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग से बताया गया है. इस राशि के स्वामी मंगल ग्रह हैं, जिन्हें शौर्य, निडर और पराक्रम का कारक कहा जाता है.
कुंभ राशि
इस राशि का सीधा संबंध केदारनाथ ज्योतिर्लिंग से है, जो हिमालय की गोद में बसा हुआ है. यहां आकर भगवान भोलेनाथ के दर्शन मात्र से सभी दुःख दूर हो जाते हैं.
मीन राशि
त्र्यम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग का संबध मीन राशि से होता है, जिसे शुक्र का स्थान माना जाता है. माना जाता है इस ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने से साधक को मोक्ष की प्राप्ति होती है.
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