Shiva Mantra Jaap: हिंदू धर्म में देवों के देव महादेव यानी भगवान शिव को महादेव, पशुपतिनाथ, विश्वनाथ, शंकर, भोले नाथ, भैरव, शंभू आदि के नाम से भी जाना जाता है. वैसे तो भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए हर दिन पूजा की जाती है. लेकिन सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा का महत्व कई गुना ज्यादा बढ़ जाता है.
भगवान शिव की पूजा बिना मंत्रों के अधूरी मानी जाती है. ऐसे में आज हम आपको भगवान शिव की पूजा के कुछ ऐसे प्रभावशाली मंत्रों के बारे में बता रहे हैं, जिसके जाप मात्र से आपको संसार के सभी कष्टों से मुक्ति मिल जाएगी. साथ ही महादेव की कृपा से आपकी सभी इच्छाएं भी पूर्ण होंगी. आइए जानते हैं इन मंत्रों के बारे में…
भगवान शिव की पूजा कैसे करें?
भगवान शिव के मंत्रों के जाप के लिए सावन महीने में सुबह स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें. इसके बाद घर पर या घर के आस-पास स्थित शिवमंदिर में शिवलिंग पर अभिषेक करें. साथ ही भगवान शिव को बेलपत्र, धतूरा, भांग, अक्षत, पुष्प, चंदन आदि अर्पित करें. इसके बाद भोग लगाकर भगवान शिव की विधि पूर्वक पूजा करें और नीचे दिए गए मंत्रों में से किसी एक मंत्र का रुद्राक्ष की माला से एक माला यानी 108 बार जाप करें. ऐसी मान्यता है कि सावन महीने में भगवान शिव के इन मंत्रों के जाप से महादेव बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं और अपने भक्त की मनचाही मुराद को पूरी करते हैं.
1. महामृत्युंजय मंत्र
ऊँ हौं जूं स: ऊँ भुर्भव: स्व: ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। ऊर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ऊँ भुव: भू: स्व: ऊँ स: जूं हौं ऊँ।।
2. भगवान शिव के प्रभावशाली मंत्र
ओम साधो जातये नम:।। ओम वाम देवाय नम:।।
ओम अघोराय नम:।। ओम तत्पुरूषाय नम:।।
ओम ईशानाय नम:।। ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय।।
3. रुद्र गायत्री मंत्र
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
4. भगवान शिव के प्रिय मंत्र
ॐ नमः शिवाय।
नमो नीलकण्ठाय।
ॐ पार्वतीपतये नमः।
ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय।
ॐ नमो भगवते दक्षिणामूर्त्तये मह्यं मेधा प्रयच्छ स्वाहा।
5. शिव जी का मूल मंत्र
ऊँ नम: शिवाय।।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और विभिन्न जानकारियों पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)