Saraswati Vandana Lyrics Hindi: बसंत पंचमी पर सरस्‍वती वंदना से करें मां शारदा की पूजा, यहां जानिए लिरिक्‍स

Divya Rai
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Content Writer The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Saraswati Vandana Lyrics Hindi: सनातन धर्म में प्रत्येक वर्ष माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को देशभर में बसंत पंचमी (Basant Panchami 2024) का त्योहार मनाया जाता है. इस साल बसंत पंचमी 14 फरवरी को मनाई जाएगी. ऐसी मान्यता है कि इस दिन मां शारदा की विधिवत पूजा करने से मनुष्य को शुभ फल की प्राप्ति होती है. इस दिन मां सरस्वती को पीले वस्‍त्र, पीले फूल, पीले रंग की मिठाई अर्पित की जाती है. साथ ही सरस्वती वंदना (Saraswati Vandana) करने से मां शारदा प्रसन्न होती हैं. यहां जानिए सरस्‍वती वंदना की लिरिक्‍स…

सरस्‍वती वंदना

या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।
या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता
सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा ॥1॥

शुक्लां ब्रह्मविचार सार परमामाद्यां जगद्व्यापिनीं
वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम्‌।
हस्ते स्फटिकमालिकां विदधतीं पद्मासने संस्थिताम्‌
वन्दे तां परमेश्वरीं भगवतीं बुद्धिप्रदां शारदाम्‌॥2॥

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भावार्थ- जो विद्या की देवी भगवती सरस्वती कुन्द के फूल, चंद्रमा, हिमराशि और मोती के हार की तरह धवल वर्ण की हैं और जिन्होंने श्वेत वस्त्र धारण की है, जिनके हाथ में वीणा-दण्ड शोभायमान है, जिन्होंने श्वेत कमलों पर आसन ग्रहण किया है तथा ब्रह्मा, विष्णु एवं शंकर आदि देवताओं द्वारा जो सदा पूजित हैं, वही संपूर्ण जड़ता और अज्ञान को दूर कर देने वाली मां सरस्वती हमारी रक्षा करें.

शुक्लवर्ण वाली, संपूर्ण चराचर जगत्‌ में व्याप्त, आदिशक्ति, परब्रह्म के विषय में किए गए विचार एवं चिंतन के सार रूप परम उत्कर्ष को धारण करने वाली, सभी भयों से भयदान देने वाली, अज्ञान के अंधेरे को मिटाने वाली, हाथों में वीणा, पुस्तक और स्फटिक की माला धारण करने वाली और पद्मासन पर विराजमान बुद्धि प्रदान करने वाली, सर्वोच्च ऐश्वर्य से अलंकृत, भगवती शारदा (सरस्वती देवी) की मैं वंदना करता या करती हूं.

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और ज्योतिष गणनाओं पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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