Benefits Of Shiva Tandav Stotram: सावन के पावन महीने की शुरुआत हो गई है. इस महीने में शिव भक्त भगवान शंकर का जलाभिषेक, रुद्राभिषेक समेत विभिन्न विधि विधान से पूजा जाप करते हैं. ज्योतिषाचार्यों की मानें तो, जो भक्त सावन के महीने में भगवान शिव की आराधना रावण रचित शिव तांडव स्त्रोत के पाठ से करते हैं, उन पर भगवान शिव की विशेष कृपा बरसती है. ऐसी मान्यता है कि जो शिव भक्त सावन महीने में विधि विधान से नियमित शिवतांडव स्त्रोत का पाठ करता है, उसे रंक से राजा बनने में देर नहीं लगती है.
शिव तांडव स्त्रोत पाठ करने की विधि
शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करने के लिए ब्रम्ह मुहूर्त में उठकर स्नान करने के पश्चात साफ सूथरे कपड़े पहनें. इसके बाद पास के शिवालय में जाकर भगवान शिव का जलाभिषेक करें और भगवान शिव की विधि विधान से पूजन करें. इसके बाद शिव तांडव स्त्रोत का पाठ तेज स्वर में गाकर पढ़ें. यदि संभव हो तो शिव तांडव स्त्रोत का पाठ के साथ नृत्य भी करें. ऐसी मान्यता है कि नृत्य के साथ शिव तांडव स्त्रोत पढ़ने पर भगवान शंकर अपने भक्त की हर मुराद पूरी कर देते हैं, लेकिन इस बात का ध्यान रखें की शिव तांडव स्त्रोत का पाठ महिलाओं को नहीं करना चाहिए. इस बात का भी ध्यान रखें कि इसे करते वक्त आपके मन में किसी के प्रति छल का भाव न हो. वरना शिव तांडव स्त्रोत के पाठ का लाभ नहीं मिलेगा.
शिव तांडव स्त्रोत का महत्व
बता दें कि शिव तांडव स्त्रोत की रचना भगवान शिव के सच्चे भक्त रावण ने की थी. इस स्त्रोत में रावण ने 17 श्वलोकों की स्तुति गाई है. रावण रचित इस स्त्रोत को शिव तांडव स्त्रोत के नाम से जाना जाता है. दरअसल, त्रिलोक विजेता रावण भगवान शंकर का बहुत प्रिय भक्त था. इसलिए ऐसी मान्यता है कि जो भक्त सावन माह में शिव तांडव स्त्रोत का पाठ करते हैं उन पर भगवान शिव की विशेष कृपा होती है और उसका असंभव कार्य भी भोलेनाथ की कृपा से संभव हो जाता है.
शिव तांडव स्त्रोत से मिलते हैं चमत्कारी फायदे-
- शिव तांडव स्त्रोत का पाठ करने से भगवान शिव की कृपा से कभी रुपये पैसे की कमी नहीं होती है.
- शिव तांडव स्त्रोत का पाठ करने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है और हर क्षेत्र में सफलता मिलती है.
- शिव तांडव स्त्रोत का नियमित पाठ करने वालों के समाजिक पद प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है.
- शिव तांडव स्त्रोत का पाठ करने से हर कार्यों में सफलता मिलती है.
- शिव तांडव स्त्रोत का पाठ करने से शनि के दुष्प्रभावों से मुक्ति मिलती है.
- राजनीति से जुड़े लोग यदि नियमित शिव तांडव स्त्रोत का पाठ करते हैं तो उन्हें बड़ा पद मिलता है.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और विभिन्न जानकारियों पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)