Ayodhya Ram Mandir: रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का इंतजार हर भक्त बेसब्री से कर रहे हैं. 22 जनवरी 2024 को भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला सरकार विराजमान होंगे. हर भक्तों में इसको लेकर खास उत्साह देखने को मिल रहा है. देश के कोने-कोने से भक्त रामलला के लिए तोहफे भेज रहे हैं. चाहे भगवान राम की ससुराल हो या ननिहाल हर जगह से कुछ न कुछ तोहफे भेजे जाएंगे. आइए जानते हैं, भगवान राम के लिए कहां से क्या-क्या आएगा.
जानिए कहां से क्या-क्या आएगा
ननिहाल के चावल से होगा भंडारा
भगवान राम के ननिहाल यानी छत्तीसगढ़ से 3 हजार क्विंटल चावल अयोध्या आएगा. इसी चावल से प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन अयोध्या में भंडारा होगा.
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ससुराल से आएगा भार
भगवान राम के ससुराल नेपाल के जनकपुर से वस्त्र, फल और मेवा आएगा. इसके साथ ही उपहारों से सजे 1100 थाल भी आएंगे. भगवान राम के ससुराल नेपाल से आभूषण, बर्तन, कपड़े और मिठाइयों के अलावा भार भी आएगा. इसमें 51 प्रकार की मिठाइयां, मक्खन और दही के साथ चांदी बर्तन शामिल होंगे.
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एटा से आएगा घंटा
उत्तर प्रदेश के एटा से रामलला के दरबार में 2100 किलो का घंटा पहुंचने वाला है. बताया जा रहा है कि यह देश का सबसे बड़ा घंटा होगा. इसकी लागत लगभग 25 लाख रुपये है. इसे तैयार करने के लिए 400 लोग काम पर लगे हुए हैं. इसे बनाने में एक साल का समय लगा है.
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गुजरात की अगरबत्ती से महकेगी अयोध्या
वहीं, गुजरात के वडोदरा से 108 फीट लंबी अगरबत्ती आएगी. इस अगरबत्ती को पंचगव्य और हवन सामग्री के साथ गाय के गोबर से बनाया गया है. इसका वजन 3500 किलो है. इसकी लागत पांच लाख से ज्यादा है और इसे तैयार करने में 6 महीने का समय लगा है. यह अगरबत्ती राम मंदिर प्रतिष्ठा वाले दिन जलाई जाएगी. जो महीनों तक जलती रहेगी. इसे वड़ोदरा से अयोध्या के लिए 110 फीट लंबे रथ में भेजा जाएगा.
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देश भर में घुमाई जा रही पादुकाएं
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा दौरान उनकी चरण पादुकाएं भी वहां पर रखी जाएंगी. श्रीचल्ला श्रीनिवास शास्त्री ने इन श्रीराम पादुकाओं के साथ अयोध्या की 41 दिनों की परिक्रमा की थी. फिलहाल, ये पादुकाएं देशभर में घुमाई जा रही हैं. इन पादुकाओं को रामेश्वरम से बद्रीनाथ तक सभी प्रसिद्ध मंदिरों और तीर्थ स्थलों पर में ले जाया जा रहा है और विशेष पूजा की जा रही है.