Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा, इस संसार में भगवान श्रीराम की कथा से सुन्दर और दिव्य कथा वास्तव में कहीं भी नहीं है। आठों पहर मनुष्य जिस एक रूप, एक नाम में लीन रहता है, उसकी आकांक्षा होती है कि इस एक चरित्र से उसका जीवन कृतार्थ हो जाए, तो ऐसा घटित करने वाला समस्त रसायन केवल राम कथा में ही मिलता है।
हमारा व्यक्तिगत, पारिवारिक और सामाजिक जीवन उज्जवल बनाने के लिए जिस दिव्य गाथा, कथा और आदर्श की आवश्यकता होती है तो वह एकमात्र राम कथा ही है। हमारे देश-समाज और विशेष कर युवा पीढ़ी को यदि कोई कथा सुनाये जाने की आवश्यकता है तो वह एकमात्र राम कथा ही है। इस कथा का नित्य श्रवण करते रहने से युवा वर्ग की भी मर्यादा-पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शो का आकलन कर पाएगा।
सभी हरि भक्तों को पुष्कर आश्रम एवं गोवर्धनधाम आश्रम से साधु संतों की शुभ मंगल कामना, श्री दिव्य घनश्याम धाम, श्री गोवर्धन धाम कॉलोनी, बड़ी परिक्रमा मार्ग, दानघाटी, गोवर्धन, जिला-मथुरा, (उत्तर-प्रदेश) श्री दिव्य मोरारी बापू धाम सेवा ट्रस्ट, गनाहेड़ा, पुष्कर जिला-अजमेर (राजस्थान).