Vastu Tips for Mirror in Home: हिंदू धर्म में वास्तु नियमों का खास महत्व है. लोग अपने घर में छोटी से छोटी चीज को रखने से पहले उसकी सही दिशा के बारे में जानकारी लेंते हैं. कहा जाता है कि यदि घर में हर चीज सही दिशा में न हो तो वास्तु दोष लगता है और कभी भी परिवार से दरिद्रता नहीं जाती है. घर में मौजूद हर एक चीज के लिए वास्तु में उत्तम दिशा बताई गई है.
ऐसे में आज की खबर में हम शीशा के बारे में जानेंगे. शीशा हर किसी के घरों में कॉमन और आवश्यकता का समान है. घर में शीशा को भी वास्तु नियम के अनुसार लगाना चाहिए. अगर ऐसा नहीं किया गया तो परिवार में नकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सकता है. तो चलिए जानते हैं घर में किस दिशा में शीशा लगाएं और कहां कहां शीशे को न रखें.
इस दिशा में न लगाएं शीशा
वास्तु के अनुसार, घर में कभी भी पश्चिम या दक्षिण दिशा में शीशा नहीं लगाना चाहिए. इससे परिवार में क्लेश बना रहता है. साथ ही घर में कभी भी सुख-समृद्धि नहीं रहती है.
किस दिशा में शीशा लगाना शुभ?
हिंदू धर्म के अनुसार, उत्तर दिशा भगवान कुबेर का केंद्र स्थान है. कहते हैं कि इस दिशा में शीशा लगाना बेहद शुभ माना जाता है. इसके अलावा घर के पूरब दिशा में भी शीशा को लगाया जा सकता है. इससे आपके घर में सदैव सकारात्मकता बनी रहती है. घर में सुख, समृद्धि और शांति का वास होगा. इसके अलावा अगर आपको बिजनेस में सफलता हासिल नहीं हो रही या व्यापार घाटे में चल रहा है तो अपने घर की उत्तर दिशा में शीशे को लगा दें. इससे आपकी आर्थिक स्थिति धीरे धीरे मजबूत होगी.
घर में कहां-कहां शीशा नहीं रखना चाहिए?
वास्तु नियमों के मुताबिक, घर में टूटा शीशा रखने से दरिद्रता आती है. इसके अलावा शीशे को नियमित रूप से साफ करना चाहिए, ताकि वो गंदा न हो। वहीं आजकल कुछ लोग पुराने शीशे को स्टोर रूम में रख देते हैं, ये बहुत बड़ी गलती है. शीशे को कभी भी रसोई, स्टोर रूम और बेडरूम में नहीं लगाना चाहिए. इससे घर में कभी भी सकारात्मक ऊर्जा नहीं रहती है और घरवालों की हेल्थ पर भी असर दिखने को मिलता है.
ये भी पढ़ें :- Bloating: खाना खाने के बाद पेट फूलने से हैं परेशान तो अपनाएं ये घरेलू नुस्खें, जल्द मिलेगा आराम