पिछले साल November में ईपीएफओ से जुड़े 14.63 लाख सदस्य, 2023 की तुलना में 5%की बढ़ोतरी

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ईपीएफओ पेरोल डेटा से जुड़ने वाले नए सदस्यों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है. ईपीएफओ की ओर से जारी पेरोल डेटा के अनुसार ईपीएफओ ने नवंबर 2024 में 14.63 लाख सदस्य अपने साथ जोड़े हैं. यह पिछले वर्ष नवंबर 2023 की तुलना में 4.88% की वृद्धि है.

जबकि अक्टूबर 2024 की तुलना में यह 9.07% की वृद्धि है. साल-दर-साल आधार पर सदस्यों में 4.88% की वृद्धि हुई है. मंत्रालय के मुताबिक, बढ़ती संख्या ईपीएफओ की पहल के कारण अधिक नौकरी की संभावनाओं और कर्मचारी लाभों के बारे में अधिक जानकारी का संकेत देती है. ईपीएफओ ने नवंबर में करीब 8.74 लाख नए सदस्यों को नामांकित किया, जो अक्टूबर 2024 से 16.58% की वृद्धि है. यह साल-दर-साल आधार पर 18.8% की वृद्धि है.

मंत्रालय के मुताबिक, रोजगार के बढ़ते अवसरों, कर्मचारी लाभों के बारे में बढ़ती जागरूकता और ईपीएफओ के आउटरीच प्रयासों के कारण नए सदस्यों की संख्या में वृद्धि हो रही है. 18-25 आयु वर्ग में करीब 4.81 लाख नए सदस्य जुड़े, जो नवंबर 2024 में जोड़े गए कुल नए सदस्यों का 54.97% है.

अक्टूबर 2024 की तुलना में इसमें 9.56% की वृद्धि हुई है. नवंबर में 18 से 25 वर्ष आयु वर्ग के सदस्यों के लिए शुद्ध पेरोल डेटा लगभग 5.86 लाख था, जो अक्टूबर की तुलना में 7.96% की वृद्धि दर्शाता है. मंत्रालय के मुताबिक, इससे पता चलता है कि इसमें शामिल होने वाले अधिकतर व्यक्ति युवा हैं, मुख्यतः वे जो पहली बार नौकरी की तलाश कर रहे हैं.

2.40 लाख महिलाएं जुड़ीं

नवंबर में जोड़े गए कुल नए सदस्यों में से करीब 2.40 लाख महिलाएँ हैं, जो अक्टूबर से 14.94% और साल-दर-साल 23.62% की वृद्धि है. नवंबर के दौरान करीब 3.13 लाख शुद्ध महिला सदस्य जुड़े हैं, जो पिछले महीने अक्टूबर 2024 की तुलना में लगभग 12.16% की वृद्धि है, जो साल-दर-साल 11.75% की वृद्धि है. शीर्ष पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कुल सदस्य वृद्धि लगभग 59.42% है, जो नवंबर के दौरान कुल मिलाकर करीब 8.69 लाख शुद्ध सदस्य जोड़े गए. नवंबर में 20.86% शुद्ध सदस्य जोड़कर महाराष्ट्र सभी राज्यों में पहले स्थान पर है.

इन राज्यों में 5% से ज्यादा वृद्धि

सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, हरियाणा, गुजरात, दिल्ली, तेलंगाना और यूपी ने व्यक्तिगत रूप से कुल शुद्ध सदस्यों में 5% से अधिक की वृद्धि की है.

More Articles Like This

Exit mobile version