दिसंबर में भारत में नियुक्तियों में 31 प्रतिशत की वृद्धि, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और कंस्ट्रक्शन एवं इंजीनियरिंग क्षेत्र सबसे आगे

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

फाउंडइट इनसाइट्स ट्रैकर द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर 2024 में कॉर्पोरेट भारत में नियुक्तियों में 12 महीने की उच्चतम वार्षिक दर 31 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो औपचारिक क्षेत्र में नौकरी के अवसरों में वृद्धि का संकेत है. नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि हाल के महीनों में नियुक्ति गतिविधियों में तेजी आई है, जुलाई-दिसंबर में औसत वृद्धि साल दर साल 12 प्रतिशत रही है. दिसंबर 2023 में साल-दर-साल तुलना में यह वृद्धि 31 प्रतिशत रही.

रिपोर्ट में बताया गया कि हायरिंग में बढ़ोतरी करीब सभी क्षेत्रों में देखी गई. कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स में 60 प्रतिशत, मैन्युफैक्चरिंग और कंस्ट्रक्शन एवं इंजीनियरिंग क्षेत्रों में 57 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई. एआई (AI) नौकरियों में भी बड़ा उछाल आया है. पिछले दो वर्षों में AI से जुड़ी नौकरियां 42 प्रतिशत बढ़कर 2,53,000 तक पहुंच गईं. प्रमुख स्किल्स में Python, AI/ML, डेटा साइंस, डीप लर्निंग, SQL और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट शामिल हैं.

साथ ही, TensorFlow (15 प्रतिशत) और PyTorch (16 प्रतिशत) जैसे एआई फ्रेमवर्क्स की मांग भी काफी बढ़ी है. फाउंडइट के सीईओ वी. सुरेश ने कहा, “भारत के जॉब मार्केट की मजबूती और लचीलापन इस हायरिंग वृद्धि में साफ झलकता है. खासतौर पर एआई क्षेत्र की 42 प्रतिशत वृद्धि यह दिखाती है कि यह तकनीक अब भविष्य का नहीं, बल्कि वर्तमान का अहम हिस्सा बन गई है. 2025 तक एआई हायरिंग में 14 प्रतिशत और वृद्धि की संभावना है.”

स्वास्थ्य और Medical क्षेत्र में भी तेजी

मेडिकल और स्वास्थ्य सेवाओं में भी 44 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि हुई है. इसमें टेलीमेडिसिन, डायग्नोस्टिक्स और स्पेशलाइज्ड नर्सिंग जैसे क्षेत्रों का बड़ा योगदान है. हेल्थकेयर एनालिस्ट जैसे स्वास्थ्य टेक्नोलॉजी से जुड़े रोल्स में 12% की वृद्धि दर्ज की गई. मानव संसाधन (एचआर) और एडमिन भूमिकाओं में पिछले तीन महीनों में 21 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.

शहरों में Hiring Trends

दिसंबर में हायरिंग में सभी 13 प्रमुख शहरों में बढ़ोतरी हुई. कोयंबटूर में सबसे ज्यादा 58 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि बेंगलुरु और चेन्नई ने क्रमशः 41 प्रतिशत और 37 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर्ज की. मुंबई में महीने-दर-महीने 11 प्रतिशत और साल-दर-साल 23 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई. दिल्ली-एनसीआर और हैदराबाद में भी सालाना वृद्धि क्रमशः 33 प्रतिशत और 36 प्रतिशत रही. टियर-2 और टियर-3 शहर हेल्थकेयर हायरिंग में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं. इन शहरों में नई हेल्थकेयर नौकरियों का 30 प्रतिशत योगदान है. बेंगलुरु, पुणे और दिल्ली-एनसीआर एआई हायरिंग में सबसे आगे हैं. इनका योगदान क्रमशः 26 प्रतिशत, 17% और 14 प्रतिशत है.

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