अडानी ग्रुप ने श्रीलंका में इस प्रोजेक्ट को छोड़ने का लिया फैसला, जानें पूरा मामला

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Adani Project: अडानी ग्रुप को श्रीलंका में बड़ा झटका लगा है. कंपनी ने श्रीलंका में दो विंड पावर प्रोजेक्‍ट से हटने का फैसला किया है. इसकी जानकारी कंपनी ने श्रीलंका के एक सरकारी एजेंसी को दे दी है. इस फैसले के साथ ही कंपनी श्रीलंका में 442 मिलियन डॉलर (करीब 3800 करोड़ रुपये) के प्रोजेक्‍ट से बाहर हो जाएगी. श्रीलंकाई सरकारी एजेंसी को भेजे पत्र के अनुसार अडानी ग्रीन एनर्जी ने कहा है कि वो प्रस्तावित विंड एनर्जी प्रोजेक्ट्स से बाहर हो रही है.

अडानी ग्रुप ने नहीं की कोई टिप्पणी

पिछले महीने श्रीलंका सरकार ने कहा था कि वह अडानी ग्रुप से बिजली की कीमत घटाने के लिए बातचीत शुरू कर रही है. इन प्रोजेक्ट्स की कुल लागत करीब 1 अरब डॉलर है. कंपनी ने कहा कि श्रीलंका की सरकार ने एक नई समिति बनाई है जो इन प्रोजेक्ट्स पर फिर से बातचीत करेगी. इसके बाद अडानी ग्रुप ने अपनी कंपनी के बोर्ड की बैठक में इस प्रोजेक्ट से पीछे हटने का निर्णय लिया. श्रीलंकाई बोर्ड ऑफ इन्वेस्टमेंट ने इस पर सफाई देने से इनकार कर दिया. ऐसे में अडानी ग्रुप की ओर से भी आगे कि कोई जानकारी नहीं दी गई है.

जानें क्या है पूरा मामला

दरअसल, इस पूरे मामले की शुरुआत श्रीलंका के बोर्ड से शुरू हुई. अमेरिकी अधिकारियों ने अडानी ग्रुप के संस्थापक गौतम अडानी और अन्य अधिकारियों पर नवंबर में आरोप लगाया था कि उन्होंने भारतीय बिजली आपूर्ति ठेके पाने के लिए रिश्वत दी थी. इस आरोप के बाद से श्रीलंका ने भी अडानी ग्रुप के प्रोजेक्ट्स की समीक्षा शुरू कर दी थी. हालांकि, अडानी ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है.

इस प्रोजेक्ट का होना था काम

बता दें कि अडानी ग्रुप श्रीलंका में मन्नार और पुनरिन गांवों में दो विंड पावर प्रोजेक्ट बनाने वाली थी. यह उत्तर श्रीलंका में स्थित हैं. अडानी ग्रुप श्रीलंका के सबसे बड़े पोर्ट कोलंबो में एक 700 मिलियन डॉलर का टर्मिनल प्रोजेक्ट भी बना रहा है. फिलहाल आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका को यह निवेश फायदा पहुंचा सकते थे.

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