अमेरिकी पॉडकास्टर और AI विशेषज्ञ लेक्स फ्रिडमैन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अपनी गहरी प्रशंसा व्यक्त की है. उन्होंने पीएम मोदी को दुनिया के “सबसे रोचक व्यक्तियों” में से एक बताया है. फ्रिडमैन ने हाल ही में घोषणा की है कि वह फरवरी के अंत में भारत आएंगे और पीएम मोदी के साथ अपने पॉडकास्ट पर विस्तृत चर्चा करेंगे.
लेक्स फ्रिडमैन ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, “नरेंद्र मोदी सबसे आकर्षक व्यक्तित्वों में से एक हैं, जिनका मैंने अब तक अध्ययन किया है. मैं कुछ हफ्तों में उनके साथ घंटों बातचीत करने के लिए उत्सुक हूं.” उन्होंने मोदी के “मानवीय पक्ष” को समझने की इच्छा जताई और नवरात्रि के दौरान उनके नौ दिनों तक उपवास करने की आदत को दिलचस्प बताया.
मोदी के उपवास से प्रेरित हुए लेक्स फ्रिडमैन
लेक्स फ्रिडमैन ने आगे लिखा, “भारत का समृद्ध और जटिल इतिहास और उसमें मोदी की भूमिका महत्वपूर्ण है. लेकिन मोदी का व्यक्तिगत जीवन भी उतना ही दिलचस्प है. उदाहरण के लिए, उन्होंने कई बार आध्यात्मिक कारणों से नौ दिनों तक उपवास रखा है. मैं भी अक्सर उपवास करता हूं. इसलिए भारत आने के बाद पॉडकास्ट से पहले 48-72 घंटे का उपवास करूंगा.” फ्रिडमैन की इस पोस्ट पर परप्लेक्सिटी एआई के सीईओ अरविंद श्रीनिवास ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “वह शानदार हैं!”
एआई और भारत पर मोदी की दूरदर्शिता से प्रभावित हुए अरविंद श्रीनिवास
हाल ही में, अरविंद श्रीनिवास ने पीएम मोदी से मुलाकात की थी और भारत में एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के विकास और इसके वैश्विक प्रभाव पर चर्चा की थी. बैठक के बाद श्रीनिवास ने कहा कि मोदी का एआई पर ज्ञान और भविष्य की उनकी सोच गहरी है. पीएम मोदी ने हाल ही में ज़रोधा के निखिल कामथ के साथ अपने पहले पॉडकास्ट में हिस्सा लिया था. अब वह लेक्स फ्रिडमैन के प्रसिद्ध शो में शामिल होंगे.
फ्रिडमैन के पॉडकास्ट में पहले भी कई नामी हस्तियां आ चुकी हैं, जिनमें यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, अमेज़न के सीईओ जेफ बेजोस और टेस्ला के संस्थापक एलन मस्क जैसे दिग्गज शामिल हैं.
कौन हैं लेक्स फ्रिडमैन ?
लेक्स फ्रिडमैन एक प्रसिद्ध पॉडकास्टर, कंप्यूटर वैज्ञानिक और एआई विशेषज्ञ हैं. उन्होंने 2018 में ‘Lex Fridman Podcast’ की शुरुआत की थी. उन्होंने ड्रेक्सल यूनिवर्सिटी (फिलाडेल्फिया, अमेरिका) से कंप्यूटर साइंस और फिलॉसफी में पीएचडी की है. फ्रिडमैन ने गूगल में मशीन लर्निंग और ऑथेंटिकेशन तकनीक पर काम किया.
इसके बाद 2015 में MIT (मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) से जुड़ गए, जहां उन्होंने मानव-केंद्रित एआई और स्वायत्त वाहन तकनीक पर रिसर्च की. वे टेस्ला सहित कई बड़ी टेक कंपनियों और संस्थानों के साथ काम कर चुके हैं.
फ्रिडमैन का जन्म सोवियत संघ के चकालोव्स्क में हुआ था और वे मास्को में पले-बढ़े.
सोवियत संघ के विघटन के बाद उन्होंने अमेरिका का रुख किया. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पीएम मोदी और लेक्स फ्रिडमैन की यह बहुप्रतीक्षित बातचीत क्या नई जानकारियां सामने लाती है!