मुश्किल में अनिल अंबानी! पसंदीदा कंपनी रिलायंस पावर हुई बैन

Raginee Rai
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Reliance Power Ban: अनिल अंबानी की फेवरेट कंपनी रिलायंस पावर और सब्सिडरी कंपनियों पर 3 साल के लिए किसी भी टेंडर के लिए बोली लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SECI) ने रिलायंस पावर पर ये बैन लगाया है.  बता दें अभी कुछ घंटे पहले ही रिलायंस पावर को लेकर अच्‍छी खबर सामने आई थी. अब फिर से उनपर मुसीबतों को पहाड़ टूट पड़ा है.

SECI का एक्‍शन

दरअसल, SECI के अनुसार, अनिल अंबानी की कंपनियों ने टेंडर के लिए फर्जी बैंक गारंटी दी थी, जिस वजह से सेसी ने ये एक्‍शन लिया है. सेसी ने गुरुवार को बयान जारी कर बताया कि बोली के आखिरी राउंड में कंपनी ने फर्जी बैंक गारंटी दी थी. इसी कारण न्यू और रिन्युएबल एनर्जी मिनिस्ट्री की कंपनी सेसी ने रिलायंस पावर की सब्सिडियरी कंपनी की तरफ से बैंक गारंटी में गड़बड़ियां मिलने पर आखिरी राउंड की बोली को कैंसिल कर दिया था और प्रतिबंध लगाया है.

फेक बैंक गारंटी

सेसी ने अपने नोटिस में बताया कि महाराष्ट्र एनर्जी जेनरेशन लिमिटेड जो अब रिलायंस NU BESS लिमिटेड है उसने टेंडर के लिए बैंक गारंटी दी थी, लेकिन जांच में मालूम हुआ कि जो गारंटी और दस्‍तावेज दिए गए हैं वो एकदम फेक हैं. अब गड़बड़ी ई-रिवर्स नीलामी के बाद पाई गई तो सेसी को टेंडर की प्रक्रिया को रद्द करने पर मजबूर होना पड़ा. SECI के अनुसार, बैन के बाद नकली दस्‍तावेज जमा करने की वजह से कंपनी भविष्य में किसी भी टेंडर के लिए बोली नहीं लगा सकेगा. बिडर कंपनी रिलायंस पावर की सब्सिडियरी कंपनी है, इसने पैरेंट कंपनी की शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए वित्तीय योग्यता जरूरतों को पूरा किया था.

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