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The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
एप्पल ने भारत में एक नया रिकॉर्ड बनाया है. रिसर्च फर्म आईडीसी के शुरुआती अनुमानों के मुताबिक, कंपनी को 2025 की पहली तिमाही में अपने अब तक के सबसे ज़्यादा iPhone की बिक्री की रिपोर्ट करने की उम्मीद है, जिसमें जनवरी से मार्च के बीच 3 मिलियन से ज़्यादा यूनिट्स की शिपिंग होगी. यह पिछले वर्ष की इसी अवधि में बेचे गए 2.21 मिलियन iPhone से बहुत बड़ी छलांग है. यह दर्शाता है कि भारत में Apple कितनी तेज़ी से आगे बढ़ रहा है, एक ऐसा बाज़ार जो हर साल कंपनी के लिए और भी महत्वपूर्ण होता जा रहा है.
IDC की रिसर्च मैनेजर उपासना जोशी ने मनीकंट्रोल को बताया कि भारत में Apple की वृद्धि को नो कॉस्ट EMI, कैशबैक ऑफर और ऑनलाइन रिटेलर्स द्वारा दी जाने वाली छूट जैसी किफ़ायती योजनाओं से समर्थन मिला है. इन ऑफ़र ने कंपनी को ऐसे समय में भी मजबूत दोहरे अंकों की वृद्धि हासिल करने में मदद की, जब भारत में समग्र स्मार्टफ़ोन बाज़ार में मामूली प्रतिशत की गिरावट की उम्मीद है.
जोशी ने कहा, “पहली तिमाही में 3 मिलियन यूनिट को पार करते हुए, एप्पल भारत में अपनी पहली तिमाही की सबसे बड़ी शिपमेंट दर्ज करेगा.” इस वृद्धि में बजट-फ्रेंडली iPhone 16e सहित हाल ही में लॉन्च की गई iPhone 16 सीरीज़ ने प्रमुख भूमिका निभाई है. तिमाही के दौरान iPhone शिपमेंट में इन नए मॉडलों की हिस्सेदारी आधे से ज़्यादा रही. यह 2024 से एक बदलाव है, जब iPhone 15 और iPhone 13 जैसे पुराने मॉडल ने त्योहारी सीज़न के दौरान ज़्यादातर बिक्री को आगे बढ़ाया था.
एप्पल के मजबूत आंकड़ों के बावजूद, भारत के स्मार्टफोन बाजार ने कुल मिलाकर उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है. जनवरी और फरवरी के आंकड़ों के आधार पर, IDC को पिछले साल की तुलना में शिपमेंट में 8.1 प्रतिशत की गिरावट की उम्मीद है. कई उपभोक्ता अब छूट उपलब्ध होने के बावजूद खर्च करने में अधिक सावधानी बरत रहे हैं. वीवो और सैमसंग जैसे शीर्ष ब्रांडों की बिक्री में क्रमशः 2.7 प्रतिशत और 19.5 प्रतिशत की गिरावट देखी गई.
दूसरी ओर, ओप्पो और रियलमी 14.3 प्रतिशत और 5.3 प्रतिशत की वृद्धि करने में सफल रहे। आईडीसी के आदित्य रामपाल के मुताबिक, बाजार हिस्सेदारी के मामले में वर्तमान में चौथे स्थान पर रहने वाले ऐप्पल ने सभी प्रमुख ब्रांडों में सबसे तेज़ 36.1 प्रतिशत की वृद्धि देखी. भारत अब दुनिया में एप्पल का चौथा सबसे बड़ा बाजार बन गया है, जो केवल संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन और जापान से पीछे है। 2024 में, एप्पल ने भारत में रिकॉर्ड 12 मिलियन आईफोन भेजे, जो पिछले वर्ष की तुलना में 35 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.
2024 की आखिरी तिमाही में, Apple ने पहली बार भारत के शीर्ष पांच स्मार्टफोन ब्रांडों की सूची में प्रवेश किया. इसने 10 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल की, जिसका मुख्य कारण iPhone 15 और iPhone 13 मॉडल की मजबूत मांग थी. Apple 2023 की शुरुआत से ही भारत में अपने ही बिक्री रिकॉर्ड तोड़ रहा है और विश्लेषकों का मानना है कि यह वृद्धि जारी रहेगी. 2025 में भारत में कंपनी के iPhone की बिक्री 13 से 14 मिलियन यूनिट तक पहुँचने की उम्मीद है.
यह दोहरे अंकों की वृद्धि Apple को प्रीमियम स्मार्टफोन श्रेणी में अपना नेतृत्व बनाए रखने और कुल मात्रा के हिसाब से शीर्ष पाँच ब्रांडों में अपनी जगह मजबूत करने में मदद करेगी. जोशी ने कहा कि 2025 में एप्पल के समग्र स्मार्टफोन बाजार की तुलना में अधिक तेजी से बढ़ने की संभावना है, तथा अपेक्षित शिपमेंट 13-14 मिलियन यूनिट तक पहुंच जाएगी. काउंटरपॉइंट रिसर्च को भी उम्मीद है कि इस साल भारत में एप्पल की वृद्धि दर 10-15% रहेगी.
भारत में अपनी वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए, Apple कई क्षेत्रों में विस्तार कर रहा है. कंपनी स्थानीय विनिर्माण को और बढ़ा रही है और अपनी खुदरा उपस्थिति का निर्माण कर रही है। यह प्रमुख भारतीय शहरों में अपने कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ा रही है. एप्पल वर्तमान में भारत में 3,000 से अधिक लोगों को रोजगार देता है और खुदरा और विनिर्माण से संबंधित सैकड़ों नौकरियों के अवसर सूचीबद्ध करता है.
कंपनी बेंगलुरु, पुणे, दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में चार नए एप्पल स्टोर खोलने की योजना बना रही है. इसके आपूर्तिकर्ता- जिनमें फॉक्सकॉन, पेगाट्रॉन और जेबिल शामिल हैं- भी अधिक लोगों को नौकरी पर रख रहे हैं और आईफोन तथा अन्य एप्पल उत्पादों के उत्पादन में सहयोग देने के लिए अपनी सुविधाओं का विस्तार कर रहे हैं. एप्पल भारत में और भी उत्पाद बनाने की तैयारी कर रहा है.
कंपनी आने वाले महीनों में तेलंगाना में फॉक्सकॉन के नए प्लांट में एयरपॉड्स बनाना शुरू कर सकती है. आईपैड और मैकबुक का उत्पादन बाद में शुरू होने की उम्मीद है. स्थानीय उत्पादन के लिए यह प्रयास एप्पल की चीन पर निर्भरता कम करने तथा भारत में मजबूत आपूर्ति श्रृंखला बनाने की बड़ी योजना का हिस्सा है. पिछले वित्त वर्ष में एप्पल इंडिया ने मजबूत वित्तीय नतीजे पेश किए. वित्त वर्ष 2024 में शुद्ध लाभ 23 प्रतिशत बढ़कर 2,745.7 करोड़ रुपये हो गया. राजस्व 36 प्रतिशत बढ़कर 67,121.6 करोड़ रुपये हो गया, जो मुख्य रूप से iPhone की बिक्री में उछाल के कारण हुआ.