सूत्रों के अनुसार, एप्पल अप्रैल से हैदराबाद में फॉक्सकॉन प्लांट में निर्यात के लिए एयरपॉड्स का उत्पादन शुरू करने की योजना बना रहा है। एयरपॉड्स दूसरी उत्पाद श्रेणी होगी जिसका उत्पादन एप्पल आईफोन के बाद भारत में शुरू करेगा। उद्योग के एक सूत्र ने बताया, ‘‘एयरपॉड्स का उत्पादन भारत में फॉक्सकॉन के हैदराबाद संयंत्र में शुरू होने जा रहा है। यह अप्रैल से शुरू होगा लेकिन अभी यह केवल निर्यात के लिए होगा।’’
फॉक्सकॉन ने अगस्त 2023 में कारखाना स्थापित करने के लिए 400 मिलियन डॉलर यानी करीब 3,500 करोड़ रुपये मंजूर किए थे। एप्पल वैश्विक TWS (ट्रू वायरलेस डिवाइस) सेगमेंट में अग्रणी रहा है। कैनालिस के मुताबिक, 2024 में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 23.1% होगी – जो कि उसके निकटतम प्रतिद्वंद्वी सैमसंग से लगभग तीन गुना अधिक है, जिसका अनुमान शोध फर्म के अनुसार लगभग 8.5% है।
भारत में एयरपॉड्स का उत्पादन इस बीच महत्वपूर्ण हो गया है, क्योंकि ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित पारस्परिक टैरिफ के बाद और विशेष रूप से कंपनी द्वारा अगले चार वर्षों में अमेरिका में विनिर्माण इकाइयों में 500 बिलियन डॉलर के निवेश की घोषणा के बाद एप्पल देश में उत्पादन में कटौती कर सकता है।
इंडिया सेलुलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत श्रवण योग्य और पहनने योग्य उपकरणों पर 20% आयात शुल्क लगाता है, जबकि अमेरिका में यह शून्य है। आईसीईए ने प्रस्ताव दिया है कि यदि अमेरिका से आयातित स्मार्टफोन, श्रवण योग्य और पहनने योग्य उपकरणों पर आयात शुल्क माफ कर दिया जाए तो भारत को लाभ होगा।