दोपहिया वाहनों की मांग के कारण नवंबर में 11.21 प्रतिशत बढ़ी ऑटो खुदरा बिक्री: एफएडीए

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन ने सोमवार को जारी अपने बयन में कहा, भारत में विभिन्न श्रेणियों में वाहनों की खुदरा बिक्री नवंबर में 11.21% बढ़कर 32,08,719 इकाई हो गई, जबकि दोपहिया वाहनों की मांग के कारण पिछले वर्ष इसी महीने में 28,85,317 इकाई थी. बयान में कहा गया, पिछले महीने दोपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री 15.8% बढ़कर 26,15,953 इकाई रही, जबकि नवंबर 2023 में यह 22,58,970 इकाई थी.

खंड ने उम्मीदों से कम किया प्रदर्शन

दूसरी ओर, यात्री वाहनों (पीवी) की खुदरा बिक्री 13.72% घटकर 3,21,943 इकाई रह गई, जबकि एक साल पहले इसी महीने में यह 3,73,140 इकाई थी। इसकी वजह पीवी खंड के समक्ष पेश हो रहीं विभिन्न चुनौतियां रहीं. वहीं, फाडा के अध्यक्ष सी. एस. विग्नेश्वर ने बयान में कहा, ‘‘नवंबर की शुरूआत में उम्मीद थी कि इसकी गति पहली जैसी रहेगी, खासकर शादी ब्याह की वजह से..लेकिन डीलरों की प्रतिक्रिया से पता चलता है कि इस खंड ने उम्मीदों से कम प्रदर्शन किया है.’’ सी. एस. विग्नेश्वर ने कहा, ‘‘ हालांकि ग्रामीण बाजारों से कुछ समर्थन मिला, मुख्य रूप से दोपहिया वाहन श्रेणी में लेकिन विवाह संबंधी बिक्री धीमी रही.’’

उन्होंने यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री पर कहा, ‘‘कमजोर बाजार भावना, सीमित उत्पाद विविधता और अपर्याप्त पेशकश के साथ-साथ त्योहारी मांग के अक्टूबर में स्थानांतरित होने से स्थिति ओर जटिल हो गई.’फाडा के मुताबिक, वाणिज्यिक वाहन खंड में खुदरा बिक्री नवंबर में 6.08% घटकर 81,967 इकाई रही, जबकि नवंबर 2023 में 87,272 इकाई थी. तिपहिया वाहनों की बिक्री 4.23% बढ़कर 1,08,337 इकाई हो गई,

जो एक साल पहले इसी महीने में 1,03,939 इकाई थी. बयान में कहा गया, खरीफ की अच्छी फसल की संभावना से खाद्य मुद्रास्फीति में कमी आने की संभावना है, जिससे व्यापक वृहद आर्थिक माहौल में सुधार होने की उम्मीद है. इसके परिणामस्वरूप आने वाले महीनों में उपभोक्ता भावना को बढ़ावा मिल सकता है. हालांकि, डीलरों की प्रतिक्रिया के अनुसार दिसंबर के तात्कालिक परिदृश्य मिश्रित हैं.

Latest News

सक्रिय सदस्य सम्मेलन: MLA डॉ. राजेश्वर सिंह ने गिनाईं मोदी युग के 11 साल की उपलब्धियां

Lucknow: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने बीते 11 वर्षों में वह परिवर्तन देखा है, जिसे इतिहास...

More Articles Like This

Exit mobile version