ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, ऑटोमोटिव कंपोनेंट इंडस्ट्री वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में सालाना आधार पर 11.3 प्रतिशत बढ़कर 3.32 लाख करोड़ रुपये हो गई. जबकि वित्त वर्ष 2024 की अप्रैल-सितंबर अवधि में ऑटोमोटिव कंपोनेंट इंडस्ट्री का कारोबार 2.98 लाख करोड़ रुपये था. एसीएमए की अध्यक्ष श्रद्धा सूरी मारवाह ने कहा, “सभी सेगमेंट में वाहनों की बिक्री कोरोना से पहले के स्तर पर पहुंचने और निर्यात के मोर्चे पर भू-राजनीतिक चुनौतियों के बावजूद, ऑटो कंपोनेंट सेक्टर ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों में स्थिर वृद्धि देखी.”
फेस्टिव सीजन में देखी गई शानदार बिक्री
श्रद्धा मारवाह ने बताया, व्हीकल इंडस्ट्री के ज्यादातर सेगमेंट में फेस्टिव सीजन में शानदार बिक्री देखी गई. निर्यात को लेकर मारवाह ने जानकारी दी कि भूवैज्ञानिक चुनौतियों के साथ, डिलीवरी का समय और माल ढुलाई की लागत एक बार फिर बढ़ गई है.उन्होंने बताया कि इंडस्ट्री ने हाई वैल्यू एडिशन, टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन और स्थानीयकरण के उद्देश्यों के साथ अपने घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय ग्राहकों के लिए उपयोगी बने रहते हुए निवेश करना जारी रखा है.
पहली छमाही में 11.3% की वृद्धि
वहीं, एसीएमए के महानिदेशक विन्नी मेहता ने कहा, वाहनों की बिक्री और निर्यात में स्थिर प्रदर्शन के साथ, ऑटो कंपोनेंट इंडस्ट्री ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में 11.3% की वृद्धि के साथ 3.32 लाख करोड़ रुपये का कारोबार किया.विन्नी मेहता ने आगे जानकारी देते हुए कहा, सभी सेगमेंट ओईएम (ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स), निर्यात और आफ्टरमार्केट को ऑटो कंपोनेंट्स की सप्लाई स्थिर रही.
एसीएमए ने कहा, इंडस्ट्री का निर्यात 7 प्रतिशत बढ़कर 11.1 अरब डॉलर हो गया, जबकि आयात 4% बढ़कर 11 अरब डॉलर हो गया, जबकि 15 करोड़ डॉलर का सरप्लस रहा.एसीएमए ने जानकारी दी कि आफ्टरमार्केट का अनुमानित मूल्य 47,416 करोड़ रुपये है और इसमें सालाना आधार पर 5% की वृद्धि दर्ज की गई है.
–आईएएनएस