नागपुर मेट्रो जो दिसंबर 2022 में अपने उद्घाटन के दो वर्ष साल पूरे करने जा रही है, ने अगस्त 2023 से एक लाख से अधिक की औसत दैनिक सवारियों का आंकड़ा बनाए रखा है. मेट्रो ने 2023-24 में 25.5 मिलियन से ज्यादा यात्रियों को सेवा दी और इनमें से 41 प्रतिशत ने अपनी यात्राओं के लिए डिजिटल भुगतान मोड का इस्तेमाल किया. महामेट्रो के आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2024 तक 17 करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व डिजिटल प्लेटफॉर्म जैसे- UPI, पॉइंट ऑफ़ सेलऔर नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड के माध्यम से एकत्रित किया गया.
नागपुर मेट्रो ने किया नवी मुंबई मेट्रो से भी बेहतर प्रदर्शन
इस वर्ष की तुलना में यात्री सवारियों में 5 प्रतिशत और किराया बॉक्स आय में 54 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिली है. नागपुर मेट्रो ने नवी मुंबई मेट्रो लाइन 1 (Navi Mumbai Metro Line 1) से भी बेहतर प्रदर्शन किया, जिसमें 35 प्रतिशत लेनदेन डिजिटल रूप से हुए, जबकि नवी मुंबई मेट्रो ने कुल 1.65 मिलियन यात्रियों का आंकड़ा पार किया. नवी मुंबई मेट्रो से उत्पन्न राजस्व ₹4.42 करोड़ था, जो नागपुर मेट्रो (Nagpur Metro) से काफी कम था.
व्हाट्सएप टिकटिंग और किराया स्लैब में कमी ने बढ़ाई यात्रियों की संख्या
हालांकि, पुणे मेट्रो इस मामले में अग्रणी है, जहां औसतन 75 प्रतिशत से अधिक लेनदेन डिजिटल मोड से होते हैं, जो कभी-कभी 82% तक भी पहुंच जाते हैं. महामेट्रो के सूत्रों के मुताबिक, व्हाट्सएप टिकटिंग की शुरुआत और मार्च 2024 में किराया स्लैब को कम करने के फैसले ने यात्री संख्या में महत्वपूर्ण वृद्धि की. कम किराए ने अधिक यात्रियों को आकर्षित किया और डिजिटल भुगतान के विकल्प की उपलब्धता से यात्रियों की संख्या में और अधिक बढ़ोत्तरी होने की संभावना है.