घरेलू हवाई यात्री यातायात में साल-दर-साल 14.5 प्रतिशत की वृद्धि, जनवरी में 150.3 लाख यात्रियों ने किया सफर

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

आईसीआरए की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में घरेलू हवाई यात्री यातायात ने जनवरी 2025 में अपनी वृद्धि की गति बनाए रखी. जनवरी में लगभग 150.3 लाख यात्रियों ने घरेलू उड़ानों का सफर किया, जो दिसंबर 2024 की तुलना में 0.7 प्रतिशत अधिक और जनवरी 2024 की तुलना में 14.5 प्रतिशत अधिक है. यह आंकड़ा जनवरी 2020 के पूर्व-कोविड स्तर से भी 17.9 प्रतिशत अधिक है.

FY25 के पहले 10 महीनों में वृद्धि

वित्‍त वर्ष 2025 के पहले 10 महीने (अप्रैल 2024 से जनवरी 2025) में घरेलू हवाई यातायात की कुल संख्या 1,372.1 लाख रही। यह 7.5 प्रतिशत की वृद्धि और वित्तीय वर्ष 2020 की समान अवधि की तुलना में 13 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है. भारतीय एयरलाइंस के लिए अंतर्राष्ट्रीय हवाई यात्री यातायात में भी मजबूत वृद्धि देखी गई. वित्तीय वर्ष 2025 के पहले नौ महीनों में अंतरराष्ट्रीय यातायात 248.9 लाख यात्रियों तक पहुंच गया जो 14.5 प्रतिशत की साल-दर-साल वृद्धि और कोविड-पूर्व स्तर से 41.7 प्रतिशत अधिक है.

रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि जनवरी 2024 की तुलना में जनवरी 2025 में एयरलाइन्स ने अपनी क्षमता तैनाती में 10.8 प्रतिशत का विस्तार किया. हालांकि, दिसंबर 2024 की तुलना में क्षमता में 1.2 प्रतिशत की कमी आई. घरेलू विमानन क्षेत्र ने जनवरी 2025 में 92.1 प्रतिशत का यात्री भार कारक हासिल किया, जो जनवरी 2024 में 89.2 प्रतिशत और जनवरी 2020 में 85 प्रतिशत था. इसका मतलब है कि जनवरी में विमानों में अधिक सीटें भरी गईं, जिससे एयरलाइन्स को अधिक मुनाफा हुआ.

ईंधन की लागत जो एयरलाइनों के ऑपरेशनल खर्च का एक बड़ा हिस्सा है, वित्तीय वर्ष के दौरान कुछ राहत देखी गई. एविएशन टर्बाइन फ्यूल की कीमतें अप्रैल से जुलाई 2024 तक 5.3 प्रतिशत अधिक रही, लेकिन अगस्त 2024 से फरवरी 2025 तक इसमें 14.7 प्रतिशत की गिरावट आई. रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल 2024 से फरवरी 2025 तक ATF की कीमतें पिछले वित्तीय वर्ष की समान अवधि की तुलना में 8.1 प्रतिशत कम थीं. वहीं, भारत का घरेलू विमानन क्षेत्र अब कोविड-पूर्व के स्तर से भी आगे बढ़ चुका है और वृद्धि के रास्ते पर है. एयरलाइन्स ने अपनी क्षमता में भी बढ़ोतरी की है और यात्रियों की संख्या भी बढ़ी है. ईंधन की कीमतों में राहत मिलने से एयरलाइन्स को भी फायदा हो रहा है.

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