केंद्रीय खेल और युवा मामलों के मंत्री मनसुख मांडविया ने शनिवार को गांधीनगर में बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग (बिम्सटेक) युवा शिखर सम्मेलन के लिए बंगाल की खाड़ी पहल का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय स्नातकों की रोजगार क्षमता 2013 में 33.95 प्रतिशत से बढ़कर 2024 में 54.81 प्रतिशत हो गई है.
उन्होंने बेहतर रोजगार क्षमता का श्रेय दुनिया भर में कुशल पेशेवरों की बढ़ती मांग के बीच सरकार की विभिन्न कौशल निर्माण पहलों को दिया. उन्होंने कहा, बिम्सटेक देशों के पास सामूहिक वृद्धि और विकास के लिए अवसर है, क्योंकि उनकी 60 प्रतिशत से अधिक आबादी 35 वर्ष से कम है। भारत अपनी विशेषज्ञता, संसाधन और दूरदृष्टि देकर अग्रणी भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध है.
उन्होंने आगे कहा, ”कुशल पेशेवरों की वैश्विक मांग में वृद्धि के बीच भारत ने कौशल अंतर को पाटने के लिए कई पहल की हैं. इसके तहत 1.5 करोड़ से अधिक युवाओं को एआई, रोबोटिक्स और डिजिटल प्रौद्योगिकियों में प्रशिक्षित किया गया है और उन्हें उद्योग की जरूरत के अनुरूप कौशल से लैस किया गया है.”भारत, बांग्लादेश, भूटान, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड बिम्सटेक संगठन के सदस्य हैं.