नए इंजीनियरिंग केंद्र और विनिर्माण सुविधा के साथ हेनकेल ने भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स का किया विस्तार

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

जर्मनी स्थित रासायनिक और उपभोक्ता वस्तु कंपनी हेंकेल ने भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में अपने रणनीतिक विस्तार के तहत चेन्नई, तमिलनाडु में एक नए एप्लीकेशन इंजीनियरिंग सेंटर का अनावरण किया है. कंपनी ने पुणे के पास कुर्कुम्भ में अपने बहु-प्रौद्योगिकी स्थल पर इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए एक समर्पित चिपकने वाली सामग्री विनिर्माण सुविधा स्थापित करने की योजना की भी घोषणा की. चेन्नई का 17,000 वर्ग फुट का केंद्र नए उत्पादों के परिचय में सहायता करेगा और ग्राहकों के लिए बाजार में आने का समय कम करेगा.

वहीं, कुर्कुम्भ का प्लांट उच्च-प्रदर्शन वाले एडहेसिव्स और कोटिंग्स के उत्पादन क्षमताओं को बढ़ाएगा. हेंकेल इंडिया के कंट्री प्रेसीडेंट, एस सुनील कुमार ने कहा, “जैसे-जैसे भारत वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण केंद्र के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत कर रहा है, हेंकेल अपने ‘मेक इन इंडिया’ की प्रतिबद्धता को और अधिक मजबूत करने पर गर्व महसूस करता है और इस यात्रा में एक प्रमुख साझेदार बनने के लिए तैयार है.” चेन्नई केंद्र में पांच विशेष प्रयोगशालाएं हैं, जो एडवांस्ड एडहेसिव सॉल्यूशंस और थर्मल मैनेजमेंट मटेरियल्स पर केंद्रित हैं.

ये सामग्रियाँ स्मार्टफोन और पहनने योग्य उपकरणों जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की विश्वसनीयता, स्थायित्व और डिज़ाइन को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण हैं. यह केंद्र हेंकेल के वैश्विक नवाचार नेटवर्क का हिस्सा बनेगा, जो जर्मनी, यूएस, चीन, सिंगापुर, जापान, कोरिया और वियतनाम में पहले से स्थापित साइट्स में शामिल होगा. कंपनी का कुर्कुम्भ स्थित मैन्युफैक्चरिंग प्लांट उच्च-प्रदर्शन वाले एडहेसिव्स और कोटिंग सॉल्यूशंस के उत्पादन क्षमता को बढ़ाएगा, जिससे भारतीय बाजार में इसके व्यवसायिक साझेदारों की बढ़ती मांग को पूरा किया जा सकेगा.

भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र का विकास- वेन झोउ

हेंकेल एडीहेसिव टेक्नोलॉजीज के कॉर्पोरेट वाइस-प्रेसीडेंट, वेन झोउ ने कहा, “हमने भारत में लंबे समय से संचालन किया है, और जैसे-जैसे हमारे ग्राहक क्षेत्र में अपने संचालन को तेज कर रहे हैं, हम स्थानीय क्षमताओं में और अधिक निवेश कर रहे हैं, ताकि हम सहयोगात्मक नए उत्पादों के विकास और उत्पाद सत्यापन विशेषज्ञता को त्वरित रूप से प्रदान कर सकें.” भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग आगामी वर्षों में महत्वपूर्ण विकास देखने की उम्मीद कर रहा है, जो सरकार की “मेक इन इंडिया” और उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजनाओं द्वारा समर्थित होगा.

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