रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ 156 प्रचंड लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर की आपूर्ति, प्रशिक्षण और सहायक उपकरण के लिए दो अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए। यह सौदा ₹62,700 करोड़ का है, जिसमें कर शामिल नहीं हैं। पहला अनुबंध भारतीय वायु सेना के लिए 66 LCHs का है, और दूसरा भारतीय सेना के लिए 90 हेलीकॉप्टरों का है। ये हेलीकॉप्टर 2027-28 से आपूर्ति शुरू करेंगे और अगले पांच वर्षों में वितरित किए जाएंगे।
LCH भारत का पहला स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया कॉम्बेट हेलीकॉप्टर है, जो 5,000 मीटर से अधिक की ऊंचाई पर ऑपरेट करने में सक्षम है। इसके लिए 65% से अधिक स्वदेशी सामग्री का उपयोग किया जाएगा और 250 से अधिक घरेलू कंपनियों, खासकर MSMEs, को शामिल किया जाएगा।
रक्षा मंत्रालय ने उसी दिन एक और समझौता किया, जिसमें अमेरिकी कंपनी Metrea से भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना के पायलटों को एयर-टू-एयर रिफ्यूलिंग प्रशिक्षण देने के लिए एक KC-135 FRA विमान का Wet Lease किया गया।
2024-25 वित्तीय वर्ष में MoD द्वारा किए गए अनुबंधों का कुल मूल्य ₹2.09 ट्रिलियन (₹2,09,050 करोड़) को पार कर गया, जो अब तक का सबसे उच्चतम रिकॉर्ड है। इसमें से 92% (177 अनुबंध) घरेलू उद्योग को दिए गए हैं, जिनकी कुल राशि ₹1.69 ट्रिलियन (₹1,68,922 करोड़) है।