देश की अग्रणी ऑटोमोबाइल निर्माता हुंडई मोटर इंडिया ने भारत से निर्यात के 25 साल पूरे कर लिए हैं. कंपनी ने 1999 में भारत से कारों का निर्यात शुरू किया था. अब तक हुंडई ने 60 से ज्यादा देशों में 37 लाख से अधिक कारें भेजी हैं. साल 2024 में, हुंडई के लिए सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, मैक्सिको, चिली और पेरू सबसे बड़े निर्यात बाजार बने. इस साल कंपनी ने कुल 1,58,686 कारों का निर्यात किया है.
हुंडई ने 2007 से अब तक i10 सीरीज (i10, ग्रैंड i10 और ग्रैंड i10 निओस) की 15 लाख से ज्यादा यूनिट्स निर्यात की हैं. इसी तरह, कंपनी ने भारत से 5 लाख से अधिक वर्ना सीरीज (वर्ना, वर्ना ट्रांसफॉर्म, फ्लूडिक वर्ना आदि) की यूनिट्स भेजी हैं. दक्षिण अफ्रीका हुंडई के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार बना हुआ है,
जहां 10 लाख से ज्यादा कारों का निर्यात किया जा चुका है. साल 2024 में हुंडई ने भारत में बनी अपनी आठवीं कार Exter को दक्षिण अफ्रीका में भेजना शुरू किया. हुंडई इंडिया क्रेटा, अल्काज़ार, वर्ना, एक्सटर और i10 जैसे लोकप्रिय मॉडल्स का निर्यात कर रही है. हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर, मिस्टर उनसू किम ने कहा, “हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड अब तक भारत से सबसे ज्यादा यात्री वाहनों का निर्यात करने वाली कंपनी है.
25 सालों में 3.7 मिलियन से ज्यादा कारें एक्सपोर्ट कर हमने देश के लिए महत्वपूर्ण विदेशी मुद्रा अर्जित की है. यह भारतीय इंजीनियरिंग और कारीगरी पर बढ़ते वैश्विक भरोसे को दर्शाता है. हमारा लक्ष्य भारत को दक्षिण कोरिया के बाद हुंडई का सबसे बड़ा एक्सपोर्ट हब बनाना है. ‘प्रोग्रेस फॉर ह्यूमैनिटी’ के विजन के साथ, हम स्मार्ट मोबिलिटी समाधान उपलब्ध कराने और ‘मेक इन इंडिया, मेड फॉर द वर्ल्ड’ के लक्ष्य को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”