उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) द्वारा 15 जनवरी तक 1.59 लाख स्टार्टअप्स को मान्यता दी जा चुकी है और इस आंकड़े के साथ भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है. सरकार द्वारा बुधवार को यह जानकारी दी गई. वर्ष 2016 से 31 अक्टूबर 2024 तक मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स ने कथित तौर पर 16.6 लाख से अधिक प्रत्यक्ष नौकरियां पैदा की हैं और रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
2.04 लाख नौकरियों के साथ सबसे आगे है आईटी सर्विस इंडस्ट्री
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि आईटी सर्विस इंडस्ट्री 2.04 लाख नौकरियों के साथ सबसे आगे है, इसके बाद हेल्थकेयर एंड लाइफसाइंस सेक्टर में 1.47 लाख नौकरियां पैदा की हैं. वहीं, पेशेवर और कमर्शियल सर्विसेज सेक्टर से जुड़े स्टार्टअप्स ने करीब 94,000 रोजगार के अवसर सृजित किए हैं. 16 जनवरी को स्टार्टअप इंडिया पहल को नौ वर्ष पूरे हो रहे हैं। इस स्कीम को सरकार ने 2016 में शुरू किया था.
छोटे शहरों ने देश की उद्यमशीलता की गति में तेजी से दिया योगदान
इस दिन को सरकार द्वारा नेशनल स्टार्टअप डे के रूप में घोषित किया गया है. बेंगलुरू, हैदराबाद, मुंबई और दिल्ली-एनसीआर जैसे प्रमुख केन्द्रों ने इस परिवर्तन का नेतृत्व किया है, जबकि छोटे शहरों ने देश की उद्यमशीलता की गति में तेजी से योगदान दिया है. डीपीआईआईटी ने पिछले साल सितंबर में भारत स्टार्टअप नॉलेज एक्सेस रजिस्ट्री (भास्कर) प्लेटफॉर्म लॉन्च किया था. इस अत्याधुनिक पहल का लक्ष्य भारत के उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर बातचीत को केंद्रीकृत और सुव्यवस्थित करना है. यह प्लेटफॉर्ट स्टार्टअप इंडिया कार्यक्रम का हिस्सा है.
स्टार्टअप महाकुंभ 2024 में भी बड़ी संख्या में भागीदारी देखने को मिली थी. इसमें 48,000 ज्यादा लोग, 1,300 प्रदर्शक और 14 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे, जो भारत के उद्यमशीलता परिदृश्य को आकार देने में इसकी बढ़ती प्रमुखता को दिखाता है. सरकार ने कहा कि स्टार्टअप महाकुंभ का पांचवां संस्करण 7-8 मार्च, 2025 को नई दिल्ली में आयोजित होने वाला है.
–आईएएनएस