हुंडई मोटर इंडिया लिमि़टेड (Hyundai Motor India Ltd) कंपनी के अध्यक्ष और सीईओ जोस मुनोज के मुताबिक, 2030 तक कंपनी ने ग्लोबल मार्केट में 20 लाख इलेक्ट्रिक वाहन बेचने का लक्ष्य रखा है और हुंडई मोटर कंपनी के लक्ष्य को प्राप्त करने में भारत एक ‘मैन्युफैक्चरिंग हब’ के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. दिल्ली के बाहरी इलाके गुरुग्राम में कंपनी के मुख्यालय में टाउन हॉल मीटिंग में हुंडई मोटर इंडिया के कर्मचारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कंपनी की महाराष्ट्र के तालेगांव में बनने वाली नई फैक्ट्री न केवल घरेलू मांग को पूरा करने में मदद करेगी, बल्कि एचएमआईएल को ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में भी स्थापित करेगी.
एचएमआईएल का लक्ष्य तालेगांव में अपनी फैसिलिटी के पूरी तरह चालू होने पर कुल वार्षिक उत्पादन क्षमता 11 लाख वाहनों तक पहुंचाना है. उन्होंने कहा कि कंपनी एचएमसी एचएमआईएल को अपनी ईवी पेशकश का विस्तार करने और इस बदलाव को सपोर्ट करने के लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करने में सहायता करना जारी रखेगी. वाहनों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए, तालेगांव में एचएमआईएल की अपकमिंग मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
हुंडई मोटर इंडिया लिमि़टेड ईवी को भारतीय उपभोक्ताओं की जरूरतों के हिसाब से अधिक सुलभ और अनुकूल बनाने के लिए डेडिकेटेड है, जो देश में ग्रीन और इको-फ्रेंडली व्हीकल मोबिलिटी सॉल्यूशन से भी जुड़ा है. सीईओ मुनोज ने कहा, “भारत हुंडई के वैश्विक परिचालन में तीसरा सबसे बड़ा बाजार है. एचएमआईएल के आईपीओ ने एचएमसी को भारत में नए उत्पादों और एडिशनल उत्पादन क्षमता में निवेश और विस्तार करने में मदद की है. HMIL एक विश्व स्तरीय ऑटोमोटिव मैन्युफैक्चरिंग और क्षेत्रीय निर्यात केंद्र के रूप में उभरा है.”
हुंडई मोटर इंडिया लिमि़टेड ने एक बयान में कहा, “मुनोज की यात्रा ने एचएमसी की एचएमआईएल के प्रति कमिटमेंट को मजबूत किया. साथ ही व्यापक रणनीतिक लक्ष्यों पर प्रकाश डाला, नए अवसरों की खोज की और सहयोग, इनोवेशन और उत्कृष्टता को बढ़ावा दिया. उन्होंने हुंडई के ग्राहक-केंद्रित फिलॉसफी के महत्व पर भी जोर दिया और तेजी से विकसित हो रहे कारोबारी माहौल के बीच स्थायी सफलता सुनिश्चित करने के लिए गुणवत्ता और ग्राहक सेवा के उच्चतम मानकों को प्राप्त किया.” बयान में कहा गया कि उन्होंने ‘विकसित भारत’ के निर्माण में सक्रिय रूप से योगदान देकर भारत के प्रति एचएमआईएल की कमिटमेंट के लिए एचएमसी के अटूट समर्थन को मजबूत किया.