India-US Trade: भारत अब कारोबार के नजरिए से दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बना रहा है. यही वजह है कि विदेशी निवेशकों के बीच भारतीय बाजार का आर्कषण बढ़ रहा है. इसी कड़ी में रविवार को वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत की घोषणा से दोनों देशों में कारोबारी विश्वास बढ़ा है. उन्होंने कहा कि इससे उनकी प्रतिस्पर्धी करने की ताकत का फायदा उठाकर आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने में मदद मिल सकती है. पीयूष गोयल ने ‘ईटी नाउ ग्लोबल बिजनेस समिट 2025’ में बाते कहीं.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हाल की अमेरिकी दौरे के दौरान भारत और अमेरिका ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना कर 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने तथा 2025 तक पारस्परिक तौर पर लाभकारी, बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) के पहले चरण पर बातचीत करने का ऐलान किया. पीयूष गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने साथ इस साल के अंत तक व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए एक समझौता या सहमति लेकर आए हैं.
वैश्विक व्यापार को बदल सकते हैं हम
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है, यह अमेरिका और भारत में हर व्यवसायी को बहुत आत्मविश्वास और राहत देता है, जो मानते हैं कि साथ मिलकर, हम वास्तव में वैश्विक व्यापार को बदल सकते हैं. विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिस्पर्धी शक्तियों के साथ, हम वास्तव में दो दोस्तों के रूप में, प्रगति और समृद्धि के लिए दो भागीदारों के तौर पर काम कर सकते हैं.
नई साझेदारियों का विस्तार और निर्माण हो रहा
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत, ऑस्ट्रेलिया, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और ईएफटीए ब्लॉक समेत विकसित देशों के साथ नए व्यापार समझौतों के जरिए दुनियाभर में नई साझेदारियों का विस्तार और निर्माण कर रहा है. यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (EFTA) के सदस्य आइसलैंड, लीश्टेंस्टाइन, नॉर्वे और स्विट्जरलैंड हैं. पीयूष गोयल ने यहां ‘ईटी नाउ ग्लोबल बिजनेस समिट’ में कहा कि यूरोप के साथ अन्य संबंधों में हम जो प्रगति कर रहे हैं, और इस वर्ष के अंत तक व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए हम जल्द ही अमेरिका के साथ जो प्रगति करेंगे, वह सभी ग्लोबल मंच पर भारत की बढ़ती प्रासंगिकता को दिखाते हैं.
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