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The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
भारत की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री ने FY24–25 में शानदार प्रदर्शन किया है. सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (Society of Indian Automobile Manufacturers) के मुताबिक, इस दौरान घरेलू बिक्री में 7.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई. वित्त वर्ष 2025 में पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री अब तक की सबसे ज़्यादा रही. कुल 43 लाख यूनिट्स की बिक्री हुई, जो पिछले साल की तुलना में 2 प्रतिशत अधिक है. SIAM के डायरेक्टर जनरल, राजेश मेनन ने बताया कि ये अब तक की सबसे बड़ी वार्षिक बिक्री है. इनमें यूटिलिटी व्हीकल्स का दबदबा बढ़ा.
अब कुल पैसेंजर व्हीकल बिक्री में 65 प्रतिशत हिस्सा इन्हीं का है, जो FY24 में 60 प्रतिशत था. भारत से वाहनों के निर्यात में भी अच्छी वृद्धि देखी गई. पैसेंजर व्हीकल्स का एक्सपोर्ट 14.6 प्रतिशत बढ़कर 7.7 लाख यूनिट्स हो गया. इनकी सबसे ज्यादा मांग लैटिन अमेरिका, अफ्रीका और कुछ विकसित देशों में रही. वित्त वर्ष 2025 में टू-व्हीलर सेगमेंट ने भी अच्छा प्रदर्शन किया. घरेलू बिक्री 1.96 करोड़ यूनिट्स तक पहुंच गई, जो 9.1 प्रतिशत की वृद्धि है. खासकर स्कूटर्स की बिक्री में 17.4 प्रतिशत का इजाफा हुआ. टू-व्हीलर का निर्यात 21.4% बढ़कर 42 लाख यूनिट्स तक पहुंच गया.
तीन पहिया वाहनों की बिक्री भी इस साल रिकॉर्ड रही. वित्त वर्ष 2025 में 7.41 लाख यूनिट्स की बिक्री हुई, जो पिछले साल से 6.7 प्रतिशत ज्यादा है. वहीं, थ्री-व्हीलर्स का निर्यात भी 2.3 प्रतिशत बढ़कर 3.1 लाख यूनिट्स तक पहुंचा. कमर्शियल वाहनों की घरेलू बिक्री वित्त वर्ष 2025 में थोड़ी घटकर 9.57 लाख यूनिट्स रही, यानी 1.2 प्रतिशत की गिरावट. हालांकि जनवरी से मार्च तिमाही में 1.5 प्रतिशत की रिकवरी देखने को मिली. एक्सपोर्ट्स में इस सेगमेंट ने 23 प्रतिशत की छलांग लगाई और 0.81 लाख यूनिट्स का निर्यात हुआ.
मार्च 2025 में मजबूत बिक्री
पैसेंजर व्हीकल्स: 3,81,358 यूनिट्स (3.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी)
टू-व्हीलर्स: 16,56,939 यूनिट्स (11.4 प्रतिशत की बढ़त)
थ्री-व्हीलर्स: 62,813 यूनिट्स (10.5 प्रतिशत की बढ़त)
Q4 (जनवरी से मार्च 2025) में कुल घरेलू बिक्री 61.82 लाख यूनिट्स रही. इसमें सबसे ज्यादा बिक्री टू-व्हीलर्स की रही, जिनकी संख्या 45.67 लाख रही. वित्त वर्ष 2025 में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का ट्रेंड भी तेज़ी से बढ़ा. EV रजिस्ट्रेशन में 16.9 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई, जो अब 19.7 लाख यूनिट्स तक पहुंच गया है.
इलेक्ट्रिक पैसेंजर व्हीकल्स: 1 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन (18.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी)
इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स: 11.5 लाख यूनिट्स (21.2 प्रतिशत की बढ़त)
इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर्स: लगभग 7 लाख यूनिट्स (10.5 प्रतिशत की वृद्धि)
SIAM के अध्यक्ष शैलेश चंद्रा ने कहा, “FY25 में इंडियन ऑटो इंडस्ट्री ने स्थिर और मजबूत प्रदर्शन किया. इसके पीछे अच्छी डिमांड, इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश और सरकारी नीतियों का अहम योगदान रहा.” यह रिपोर्ट दर्शाती है कि भारत की ऑटो इंडस्ट्री न केवल घरेलू बाजार में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी तेज़ी से आगे बढ़ रही है.