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The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
भारतीय रिजर्व बैंक के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 7.6 अरब डॉलर बढ़ा और 7 फरवरी तक 638 अरब डॉलर पर पहुंच गया. यह लगातार तीसरा सप्ताह है जब देश के विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि दर्ज हुई है. पिछले सप्ताह 1.05 अरब डॉलर की वृद्धि के बाद, 31 जनवरी तक भारत का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 630.607 अरब डॉलर हो गया था.
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार पिछले साल सितंबर में 704.885 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था. देश के विदेशी मुद्रा भंडार में 2023 में शानदार उछाल आया, जो लगभग 58 अरब डॉलर बढ़ा. 20 अरब डॉलर का रिजर्व बढ़ने के साथ यह वृद्धि 2024 तक जारी रही, जो निरंतर पूंजी प्रवाह और मजबूत बाहरी स्थिति को दर्शाता है.
विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां 544.106 अरब डॉलर पहुंची
हाल ही में जारी आंकड़ों के अनुसार, 7 फरवरी को समाप्त सप्ताह के लिए, विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां (Foreign Currency Assets), जो कुल भंडार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. 6.422 अरब डॉलर बढ़कर 544.106 अरब डॉलर हो गईं. सोने के भंडार में भी शानदार वृद्धि देखी गई, जो 1.3 अरब डॉलर बढ़कर 72.20 अरब डॉलर हो गई.
लेटेस्ट वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल रिपोर्ट के अनुसार, RBI ने नवंबर 2024 में 8 टन और सोना खरीदा. दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों ने महीने के दौरान 53 टन कीमती धातु की सामूहिक खरीद के साथ अपनी खरीद जारी रखी. भारत की कुल सोने की होल्डिंग 876 टन थी, जो पोलैंड के बाद वर्ष के दौरान दूसरे सबसे बड़े खरीदार के रूप में अपनी स्थिति बनाए रखती है.
इस बीच, केंद्रीय बैंक ने लेटेस्ट मौद्रिक नीति समिति की बैठक के दौरान रेपो दर को 25 आधार अंकों से घटाकर 6.25 प्रतिशत करके एक महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय भी लिया है, जो कि पांच वर्षों में पहली दर में कटौती थी.