वित्त वर्ष 2024 में चार फीसदी बढ़कर रिकॉर्ड 239.3 मिलियन टन पर पहुंचा भारत का दुग्ध उत्पादन

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह (Rajeev Ranjan Singh) द्वारा मंगलवार को जारी किए गए बुनियादी पशुपालन सांख्यिकी (Basic Animal Husbandry Statistics) 2024 के मुताबिक, 2023-24 के दौरान भारत का दूध उत्पादन 3.78 प्रतिशत बढ़कर 23 करोड़ 93 लाख टन हो गया. जबकि, मांस और अंडे में क्रमश: 4.95 प्रतिशत और 3.17 प्रतिशत की वृद्धि हुई. हालांकि, पिछले कुछ सालों में दूध की वृद्धि धीमी रही है, जो 2021-22 में 5.77% और 2022-23 में 3.83% थी. भारत अब भी दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक बना हुआ है. 26 नवंबर को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के अवसर पर डेयरी मंत्री राजीव रंजन ने डेयरी उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया.

भैंसों के दूध उत्पादन में आई 16 प्रतिशत की कमी

इस अवसर पर पशुपालन राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल (SP Singh Baghel) और मत्स्य पालन राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन (George Kurian) के साथ ही पशुपालन सचिव अलका उपाध्याय, अतिरिक्त सचिव वर्षा जोशी और गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ लिमिटेड (Gujarat Cooperative Milk Marketing Federation Limited) के प्रबंध निदेशक जयेन मेहता (Jayen Mehta) भी उपस्थित थे, जो ‘अमूल’ ब्रांड के तहत डेयरी उत्पादों की मार्केटिंग करते हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, “विदेशी/संकरित मवेशियों से दूध उत्पादन में 8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और देशी/गैर-वर्णित मवेशियों से दूध उत्पादन में 2023-24 में पिछले वर्ष की तुलना में 44.76 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.” हालांकि, रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि भैंसों के दूध उत्पादन में 16 प्रतिशत की कमी आई है.

142.77 अरब पहुंचा अंडा उत्पादन

रिपोर्ट में कहा गया है कि 2023-24 में कुल अंडा उत्पादन 3.17 प्रतिशत बढ़कर 142.77 अरब हो गया. इसमें कहा गया है, ‘प्रति व्यक्ति अंडे की उपलब्धता 103 अंडे प्रति वर्ष है.’ अंडा उत्पादन में भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है. रिपोर्ट में कहा गया है कि मांस उत्पादन में 4.95 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और 2023-24 में इसके 10 करोड़ 25 लाख टन तक पहुंचने का अनुमान है. देश में कुल ऊन उत्पादन 33 करोड़ 69 लाख मिलियन किलोग्राम आंका गया है.

मुफ्त टीके उपलब्ध करा रही है सरकार

मौके पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन ने डेयरी किसानों से अपने पशुओं का टीकाकरण करने को कहा. उन्होंने कहा, सरकार मुफ्त टीके उपलब्ध करा रही है और खुरपका-मुंहपका रोग तथा ब्रुसेलोसिस को 2030 तक समाप्त कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा, “इससे निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी.” राज्य मंत्री बघेल ने प्रति पशु औसत दूध उत्पादन बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया.

विश्व में अग्रणी बनकर उभरा है भारत का डेयरी क्षेत्र

पशुपालन सचिव उपाध्याय ने कहा, भारत का डेयरी क्षेत्र विश्व में अग्रणी बनकर उभरा है, लेकिन इसमें अभी भी बहुत संभावनाएं हैं. दूध की धीमी वृद्धि के बारे में पूछे जाने पर GCMMF के एमडी मेहता ने कहा कि पिछले 10 वर्षों की औसत वृद्धि लगभग 6% रही है, जो विश्व के औसत से अधिक है. उन्होंने कहा कि दूध उत्पादन मानसून सहित कई कारकों पर निर्भर करता है.

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