Business Desk: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने ग्रीन रुपी टर्म डिपॉजिट लॉन्च किया है. इसका उद्देश्य फ्रेंडली पहलू के साथ प्रोजेक्ट्स को बढ़ावा देने के लिए पैसे जुटाना है. इस डिपॉजिट से ग्रीन फाइनेंस एकोसिस्टम में विकास देखने को मिला है. एसबीआई ने इस डिपॉजिट को लेकर एक प्रेस रिलीज भी जारी किया था. इस प्रेस रिलीज में उन्होंने कहा था कि यह फाइनेंस को बढ़ावा देने के साथ ही हरित गतिविधियों में योगदान देगा.
क्या है ग्रीन डिपॉजिट
आपकी जानकारी के लिए बता दें, ग्रीन डिपॉजिट एक तरह का फिक्सड टर्म डिपॉजिट है. इसमें निवेशक सरप्लस कैश को इको फ्रेंडली प्रोजेक्टस में निवेश कर सकते हैं. इसकी पेशकश बैंक ने देश के नेट कार्बन जीरो बनाने के लिए सरकार के लक्ष्य को पूरा करने के लिए पेश किया है. ग्रीन फिक्सड डिपॉजिट ठीक वैसे ही काम करता है, जैसे रेग्युलर टर्म डिपॉजिट की तरह है. निवेशक को इसमें भी एक अवधि में एक फिक्सड ब्याज मिलता है. हालांकि रेग्युलर टर्म डिपॉजिट और ग्रीन फिक्सड डिपॉजिट में एक छोटा सा अंतर है. ग्रीन डिपॉजिट उन पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव देने वाले प्रोजेक्ट्स को प्राथमिकता देता है.
इस डिपॉजिट में कौन कर सकते हैं निवेश
ग्रीन टर्म डिपॉजिट में भारत के निवासी, गैर-व्यक्ति और एनआरआई भी निवेश कर सकते हैं.
कितना मिलता है इन्टरेस्ट
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के प्रेस रिलीज के मुताबिक, ग्रीन टर्म डिपॉजिट में आम जनता को कार्ड दर से 10 बीपीएस होगी.
ग्रीन डिपॉजिट में कैसे करें निवेश
आप इसे एसबीआई के डिजिटल चैनल जैसे योनो और इंटरनेट बैंकिंग सेवाओं पर से ले सकते हैं. इसमें निवेशक को तीन अवधि का ऑप्शन मिलता है. निवेशक 1111 दिन, 1777 दिन और 2222 दिन में से कोई भी टर्म सेलेक्ट कर सकते हैं.
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