जापानी कार निर्माता सुजुकी मोटर (Suzuki Motor) ने 2030 तक वैश्विक बिक्री को 4.2 मिलियन वाहनों तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है. यह बढ़ोतरी करीब 33 प्रतिशत होगी और इसका सबसे बड़ा हिस्सा भारत में विस्तार पर केंद्रित होगा. पनी के अनुसार, भारत में इसकी कुल बिक्री का 60 प्रतिशत हिस्सा रहेगा. साथ ही, सुजुकी अपने 2 ट्रिलियन येन (करीब 13 अरब डॉलर) के निवेश का 60 प्रतिशत हिस्सा भारत में लगाएगी. यह निवेश 2030 के वित्तीय वर्ष तक किया जाएगा.
भारत में उत्पादन क्षमता बढ़ाएगी Suzuki
Suzuki भारत में स्थानीय मांग को पूरा करने के लिए उत्पादन क्षमता बढ़ाएगी. इसके अलावा, भारत को अफ्रीका और मध्य पूर्व के लिए एक निर्यात केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा. टोक्यो में आयोजित एक रणनीतिक बैठक में सुजुकी के अध्यक्ष तोशिहिरो सुजुकी ने कहा, “भारत हमारे लिए सबसे अहम बाजार है, जहां हम सबसे ज्यादा ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.”
Suzuki ने 1980 के दशक से ही भारत में बड़े स्तर पर निवेश किया है. भारत में उसकी मारुति सुजुकी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनियों में से एक है, जिसका देश के कार बाजार में लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा है. हालांकि, कंपनी ने फिस्कल ईयर 2030 तक भारत में चार बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन लॉन्च करने की योजना बनाई है. पहले कंपनी ने छह इलेक्ट्रिक वाहन लाने की योजना बनाई थी, लेकिन अब इसे कम कर दिया गया है.
Suzuki का लक्ष्य 2030 तक कम से कम 10 प्रतिशत ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन हासिल करना है, जो पिछले वित्तीय वर्ष में 9.2 प्रतिशत था. सके अलावा, कंपनी ने रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) को 15% तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है, जो पहले 12.6 प्रतिशत था. कंपनी ने यह भी कहा कि वह 2030 तक कुल राजस्व 8 ट्रिलियन येन तक बढ़ाने का लक्ष्य रख रही है. यह आंकड़ा वर्तमान की तुलना में 49% ज्यादा होगा.