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The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिग्गज अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनी एप्पल द्वारा अमेरिका को भेजे जाने वाले शिपमेंट की अगले साल से भारत में मैन्युफैक्चर करने की योजना की रिपोर्ट पर रविवार को कहा कि अब मेक इन इंडिया वैश्विक स्तर पर जा रहा है. उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक न्यूजपेपर की क्लिप को शेयर करते हुए लिखा, वैश्विक स्तर पर मेक इन इंडिया.
उनका यह बयान मैन्युफैक्चरिंग में देश की बढ़ती क्षमताओं को दिखाता है. फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टेक्नोलॉजी सेक्टर की दिग्गज कंपनी एप्पल अगले वर्ष तक अमेरिका के लिए आईफोन की पूरी असेंबली भारत में स्थानांतरित करने की योजना बना रही है.
यह एप्पल की ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग स्ट्रेटजी में एक बड़ा कदम होगा क्योंकि कंपनी चीन पर अपनी निर्भरता कम करना चाहती है. हालांकि, अंतिम निर्णय इस बात पर निर्भर करेगा कि भारत अपनी आपूर्ति श्रृंखला को कितनी तेजी से मजबूत कर सकता है और चीन एवं अमेरिका के बीच चल रही व्यापार वार्ता कैसे आगे बढ़ती है.
रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी व्यापार तनाव के कारण एप्पल पर अपना उत्पादन चीन से बाहर ले जाने का दबाव बना रहे हैं. ट्रंप ने हाल ही में पुष्टि की कि चीन के साथ टैरिफ पर चर्चा अभी भी जारी है. भारत में एप्पल के कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर पहले से ही अपने ऑपरेशंस का विस्तार कर रहे हैं. बेंगलुरु में फॉक्सकॉन का नया प्लांट इसी महीने चालू होने की उम्मीद है और यह पूरी क्षमता पर 20 मिलियन आईफोन का उत्पादन कर सकता है.
भारत में एप्पल की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता पहले से ही मजबूत है. पिछले साल, भारत में 22 बिलियन डॉलर के आईफोन असेंबल किए गए थे. मौजूदा समय में दुनिया भर में एप्पल के कुल आईफोन उत्पादन में भारत का योगदान लगभग 20% है, जो देश की मजबूत मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को दिखाता है.