भारत में नौकरी बदलने में ज्यादातर कर्मचारी हेल्थ और वेलनेस (Employee Health and Wellness) को प्राथमिकता दे रहे हैं. बुधवार को जारी की गई रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. वैश्विक व्यावसायिक सेवा फर्म एऑन की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 82% कर्मचारी अगले 12 महीनों में नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं. रिपोर्ट में बताया गया कि भारतीय कर्मचारियों को मुख्य रूप से कंपनियों में पांच प्रकार के फायदे मिलते हैं, जिसमें वर्क-लाइफ बैलेंस, मेडिकल कवरेज, कैरियर विकास, वेतन अवकाश और सेवानिवृत्ति बचत शामिल हैं.
जेन जेड ने वर्क-लाइफ बैलेंस को नौकरी में दी प्राथमिकता
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में सर्वेक्षण में भाग लेने वाले लोगों में सभी पीढ़ियों के बीच मेडिकल कवरेज नौकरी में मिलने वाले सबसे अधिक मूल्यवान लाभों में से एक था, इसे जेन एक्स और जेन वाई ने जेन जेड की तुलना में अधिक रेटिंग दी थी. जेन जेड ने वर्क-लाइफ बैलेंस को नौकरी में प्राथमिकता दी है. इसके अलावा, सर्वेक्षण में शामिल 76% लोगों ने कहा कि वे फायदों के बेहतर विकल्प के लिए मौजूदा लाभों को छोड़ने के लिए तैयार हैं.
कंपनियां अधिक सक्रिय रूप से कर रही हैं ब्रांडिंग- नितिन सेठी
यह भारत में व्यवसायों के लिए अपनी रणनीतियों को अपने कर्मचारियों की बदलती अपेक्षाओं के अनुसार करने की आवश्यकता को उजागर करता है. एऑन में भारत के लिए टैलेंट सॉल्यूशंस के प्रमुख नितिन सेठी ने कहा, बहुत कम कंपनियों ने इस बात पर विचार किया है कि वेलनेस और हेल्थ प्रोग्राम उनके नियोक्ता ब्रांड को कैसे आकार दे सकता है. कोविड के बाद इसमें हम बड़ा बदलाव देख रहे हैं, क्योंकि कर्मचारी इन कार्यक्रमों को अधिक महत्व देते हैं और कंपनियां अधिक सक्रिय रूप से ब्रांडिंग कर रही हैं. यह रिपोर्ट अमेरिका, ब्रिटेन, चीन, भारत और ऑस्ट्रेलिया सहित 23 भौगोलिक क्षेत्रों में 9,000 से अधिक कर्मचारियों के वैश्विक अध्ययन पर आधारित है.
एऑन में हेल्थ और वेल्थ सॉल्यूशंस की प्रमुख और भारत के लिए निदेशक और प्रमुख अधिकारी एशले डिसिल्वा ने कहा, कर्मचारी मेडिकल और जीवन लाभ के लाभों के बारे में तेजी से जागरूक हो रहे हैं. डिसिल्वा ने कहा, युवा कर्मचारियों के बीच सेवानिवृत्ति और वित्तीय नियोजन का महत्व आश्चर्यजनक है.