Nirmala sitharaman: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों में हिस्सा लेने के लिए वाशिंगटन डीसी पहुंची. इस दौरान वो कुछ समय के लिए पेनसिल्वेनिया विश्वविद्यालय में रुकी थीं. जहां उन्होंने पेन्सिल्वेनिया विश्वविद्यालय के व्हार्टन स्कूल के छात्रों के साथ बातचीत की. उन्होंने कहा कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए नरेन्द्र मोदी सरकार चार प्रमुख क्षेत्रों, इंफ्रास्ट्रक्चर, इन्वेस्टमेंट, इनोवेशन और नवाचार तथा समावेशिता (Inclusiveness) पर जोर दे रही है.
संविधान में सकारात्मक कार्रवाई का प्रावधान
वित्त मंत्री ने आगे कहा कि जिस वर्ष हम ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता की 100वीं वर्षगांठ मना रहे होंगे, अर्थात 2047 में हम एक विकसित देश बनना चाहते हैं और बनने की आकांक्षा रखते हैं. वहीं, इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए भारत सरकार ने चार प्रमुख क्षेत्रों बुनियादी ढांचा, निवेश, नवाचार और समावेशिता की पहचान की है.
उन्होंने कहा कि संविधान में सकारात्मक कार्रवाई का प्रावधान है. ऐसे में हम सभी को गरीबों का उत्थान करना होगा, अनुसूचित जातियों तथा अनुसूचित जनजातियों का उत्थान करना होगा. यही संविधान में दी गई प्रतिबद्धता है.’
चार वर्गो पर विशेष फोकस कर रही सरकार
निर्मला सीतारमण ने कहा कि इन सबके अलावा चार वर्गों किसानों, महिलाओं, युवाओं तथा गरीबों की जरूरतों को समझने और उसे पूरा करने की जरूरत है. इसके साथ ही यह सुनिश्चित करना भी आवश्यक है कि उन्हें संसाधनों तथा अवसरों तक पहुंच मिले.
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