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The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
भारत की अग्रणी लौह अयस्क खनन कंपनी एनएमडीसी ने फरवरी 2025 में 4.62 मिलियन टन उत्पादन और 3.98 मिलियन टन बिक्री दर्ज की. यह आंकड़ा फरवरी 2024 की तुलना में 18% की उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है और कंपनी के इतिहास में फरवरी महीने का सर्वाधिक उत्पादन बन गया है. फरवरी 2025 तक एनएमडीसी का संचयी उत्पादन 40.49 मिलियन टन और बिक्री 40.20 मिलियन टन रही. यह आंकड़े कंपनी की स्थापना के बाद से किसी भी 11 महीनों में सर्वाधिक उत्पादन को दर्शाते हैं.
वित्त वर्ष 2025 में यह निरंतर वृद्धि कंपनी की विस्तार योजनाओं को सशक्त आधार प्रदान करती है और खनन उद्योग में एनएमडीसी के योगदान को और मजबूत बनाती है. कंपनी के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए एनएमडीसी के सीएमडी (अतिरिक्त प्रभार) अमिताभ मुखर्जी ने कहा, “उत्पादन में 18 प्रतिशत की वृद्धि हमारी परिचालन दक्षता और निरंतर सुधार के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है. यह सफलता हमारे अभिनव दृष्टिकोण और कुशल खनन तकनीकों का परिणाम है। हमारी टीम वित्त वर्ष 2025 में नए मील के पत्थर स्थापित करने के लिए संकल्पबद्ध है.”
भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए, उन्होंने कहा, “आगामी वित्तीय वर्ष हमारी विस्तार रणनीति और नए अवसरों के अनुरूप होगा. हमें विश्वास है कि हमारे प्रयास भारत की आत्मनिर्भरता और औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते रहेंगे.” देश के औद्योगिक विकास और आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली एनएमडीसी वर्ष 2030 तक 100 मिलियन टन लौह अयस्क खनन क्षमता प्राप्त करने के लक्ष्य पर कार्य कर रही है. इस दिशा में कंपनी ने व्यापक पूंजीगत व्यय योजना की घोषणा की है, जिससे भारत के खनन उद्योग में नई ऊंचाइयों को छूने का मार्ग प्रशस्त होगा.