Petrol Diesel Prices: सरकारी तेल कम्पनियां प्रतिदिन सुबह 6 बजे पेट्रोल डीजल (Petrol-Diesel) के दाम जारी कर देती है. प्रतिदिन की तरह आज के लिए भी तेल कम्पनियों ने पेट्रोल डीजल के दाम जारी कर दिए है. बता दें कि ईरान-इजराइल युद्ध के कारण कच्चे तेल की कीमतों में आग लगी हुई है. कच्चा तेल 90 डॉलर प्रति बैरल के पार है, वहीं इसके 100 डॉलर तक जाने की संभावना है.
आज ब्रेंट क्रूड 90.03 डॉलर प्रति बैरल और डब्ल्यूटीआई 85.35 डॉलर प्रति बैरल पर बिक रहा था. अगले कुछ दिनों में कच्चे तेल की कीमतें 100 डॉलर के स्तर को को पार कर सकती हैं. हालांकि, देश में ईंधन की कीमतें स्थिर हैं और इनमें ज्यादा बदलाव देखने को नहीं मिला है. देश में आज सबसे सस्ता पेट्रोल पोर्टब्लेयर में 82.42 रुपये और डीजल 78.01 रुपये लीटर बिक रहा है. लखनऊ में पेट्रोल 94.65 और डीजल 87.76 रुपये प्रति लीटर है. मेरठ में पेट्रोल 94.43 और डीजल 87.49 रुपये लीटर है. जयपुर में पेट्रोल 104.88 रुपये पर है.
चारों महानगरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
– दिल्ली में पेट्रोल 94.72 रुपये, जबकि डीजल 87.62 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है.
– दिल्ली में पेट्रोल 94.72 रुपये, जबकि डीजल 87.62 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है.
– मुंबई में पेट्रोल 104.21 रुपये, जबकि डीजल 92.15 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है.
– कोलकाता में पेट्रोल 103.94 रुपये, जबकि डीजल 90.76 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है.
– चेन्नई में पेट्रोल 100.75 रुपये, जबकि डीजल 92.34 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है.
पेट्रोल की खपत बढ़ी
देश में पेट्रोल की खपत अप्रैल के पहले पखवाड़े में 7 फीसद बढ़ गई, जबकि डीजल की बिक्री में 9.5 फीसद की गिरावट दर्ज की गई. सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम मार्केटिंग कंपनियों के आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है. गर्मी के मौसम की शुरुआत से पहले पेट्रोल और डीजल बिक्री के परस्पर विरोधी आंकड़े सामने आए हैं. तीनों सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों का ईंधन बाजार के 90 प्रतिशत हिस्से पर नियंत्रण है. आंकड़ों से पता चलता है कि एक से 15 अप्रैल के दौरान पेट्रोल की बिक्री बढ़कर 12.2 लाख टन हो गई, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 11.4 लाख टन थी. वहीं इस अवधि में डीजल की मांग 9.5 प्रतिशत घटकर 31.4 लाख टन रह गई.
देश में पेट्रोल की खपत अप्रैल के पहले पखवाड़े में 7 फीसद बढ़ गई, जबकि डीजल की बिक्री में 9.5 फीसद की गिरावट दर्ज की गई. सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम मार्केटिंग कंपनियों के आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है. गर्मी के मौसम की शुरुआत से पहले पेट्रोल और डीजल बिक्री के परस्पर विरोधी आंकड़े सामने आए हैं. तीनों सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों का ईंधन बाजार के 90 प्रतिशत हिस्से पर नियंत्रण है. आंकड़ों से पता चलता है कि एक से 15 अप्रैल के दौरान पेट्रोल की बिक्री बढ़कर 12.2 लाख टन हो गई, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 11.4 लाख टन थी. वहीं इस अवधि में डीजल की मांग 9.5 प्रतिशत घटकर 31.4 लाख टन रह गई.