RBI: भारतीय रिजर्व बैंके (आरबीआई) के कार्यकारी निदेशक पी वासुदेवन का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी को ‘मुद्रा’ नहीं माना जा सकता है क्योंकि इनका कोई अंतर्निहित मूल्य नहीं होता है. भारतीय प्रबंधन संस्थान कोझिकोड (आईआईएम के) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि क्रिप्टो मुद्राओं को मुद्रा नहीं कहा जा सकता क्योंकि इनका कोई अंतर्निहित मूल्य नहीं है.
बिटकॉइन को कानूनी समर्थन प्राप्त नहीं
उन्होंने कहा कि आखिरकार इस पर फैसला सरकार को लेना है कि क्रिप्टो करेंसी से किस तरह निपटा जाए. भारत में वर्तमान समय में बिटकॉइन को कोई कानूनी समर्थन प्राप्त नहीं है. निवेशकों को इसमें कारोबार से अर्जित आय पर टैक्स देना पड़ता है.
वासुदेवन ने कहा कि केंद्रीय बैंक ने बिटकॉइन जैसी नए जमाने की क्रिप्टो मुद्राओं (crypto currencies) को लेकर आलोचनात्मक रुख अपनाया हुआ है. उसका कहना है कि ये करेंसीज वित्तीय प्रणालियों के लिए प्रणालीगत जोखिम पैदा करने का काम करती हैं.
विदेशी मुद्रा भंडार 5.24 अरब डॉलर घटा
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 9 फरवरी को समाप्त सप्ताह में 5.24 अरब डॉलर घटकर 617.23 अरब डॉलर हो गया. 2 फरवरी वाले सप्ताह में यह भंडार बढ़कर 622.5 अरब डॉलर रहा था. रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, 9 फरवरी वाले सप्ताह में विदेशी मुद्रा संपत्ति 4.81 अरब डॉलर कम हो गई. भारत का स्वर्ण भंडार 35 करोड़ डॉलर कम हो गया.
इतना पहुंच सकता है प्रौद्योगिकी उद्योग का राजस्व
घरेलू प्रौद्योगिकी उद्योग का राजस्व चालू वित्त वर्ष में 3.8 प्रतिशत बढ़कर 254 अरब डॉलर तक पहुंचने की संभावना है. हार्डवेयर को छोड़ इस उद्योग का राजस्व पिछले फाइनेंशियल ईयर की तुलना में 3.3 प्रतिशत बढ़कर 2023-24 में 199 अरब डॉलर पहुंच सकता है. शुक्रवार को सॉफ्टवेयर उद्योग निकाय नैसकॉम ने अपनी वार्षिक समीक्षा में कहा कि अकेले इंजीनियरिंग शोध एवं विकास (ईआरएंडडी) क्षेत्र की चालू वित्त वर्ष में कुल निर्यात राजस्व वृद्धि में 48 प्रतिशत की हिस्सेदारी रहने वाली है. संगठन ने बताया कि ग्लोबल लेवल पर 2023 में तकनीकी खर्च में 50 प्रतिशत और तकनीकी अनुबंधों में 6 प्रतिशत की गिरावट आने के बावजूद चालू वित्त वर्ष में 3.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है.
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