भारत में Real Estate निवेश में 88 प्रतिशत की बढ़ोतरी, H2 2024 में 3 बिलियन डॉलर का निवेश

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
भारत के रियल एस्टेट बाजार ने 2024 की दूसरी छमाही (H2 2024) में जबरदस्त तेजी दर्ज की है, जिससे यह एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सबसे आकर्षक बाजारों में से एक बन गया. इस अवधि में भारत में रियल एस्टेट निवेश 88 प्रतिशत बढ़कर 3 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया.
इस रिपोर्ट के मुताबिक, निवेश का सबसे बड़ा हिस्सा (47 प्रतिशत) कार्यालय परिसंपत्तियों में गया, जबकि औद्योगिक और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में 27 प्रतिशत निवेश हुआ. निवेश का सबसे बड़ा केंद्र मुंबई रहा, जिसने कुल निवेश का लगभग आधा हिस्सा आकर्षित किया, मुख्य रूप से कार्यालय परिसंपत्तियों की खरीद के कारण.

एशिया-प्रशांत बाजार में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका

Colliers की ‘एशिया पैसिफिक इन्वेस्टमेंट इनसाइट्स H2 2024’ रिपोर्ट के अनुसार, पूरे एशिया-प्रशांत क्षेत्र में रियल एस्टेट निवेश 12 प्रतिशत बढ़कर 155.9 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया.
  • दक्षिण कोरिया, जापान और चीन ने संयुक्त रूप से H2 2024 में 83.2 बिलियन डॉलर के कुल रियल एस्टेट निवेश में 59 प्रतिशत हिस्सेदारी रखी.
  • भारत, दक्षिण कोरिया, ताइवान और ऑस्ट्रेलिया ने 30% से अधिक की सालाना वृद्धि दर्ज की.

रिटेल और हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में भी उछाल

  • रिटेल क्षेत्र में 31% की सालाना वृद्धि हुई, जिससे कुल निवेश 15 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया.
  • ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया में रिटेल निवेश 3 बिलियन डॉलर से अधिक रहा, जो इस क्षेत्र में निवेशकों के बढ़ते भरोसे को दर्शाता है.

भारतीय रियल एस्टेट में संस्थागत निवेश बढ़ा

Colliers India के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बादल याग्निक ने कहा-
✔ 2024 में भारतीय रियल एस्टेट में संस्थागत निवेश 22 प्रतिशत बढ़कर 6.5 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया.
✔ 2025 में यह प्रवृत्ति जारी रहने की संभावना है, क्योंकि मजबूत आर्थिक विकास संभावनाएं और निवेशकों की सकारात्मक धारणा बाजार को आगे बढ़ा रही है.
✔ रेपो रेट में संभावित कटौती से तरलता बढ़ेगी और रियल एस्टेट सौदों की संख्या में इजाफा होगा.
✔ सरकार की नीतियों से मुख्य और गैर-मुख्य परिसंपत्तियों में मजबूत पूंजी प्रवाह जारी रहेगा.

वैश्विक निवेशकों की रुचि और घरेलू निवेशकों की भागीदारी बढ़ी

Colliers India के वरिष्ठ निदेशक और शोध प्रमुख विमल नादर ने बताया,
  • संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और यूरोपीय संघ के अलावा, APAC क्षेत्र से निवेश प्रवाह 2025 में मजबूत बना रहेगा.
  • वैश्विक निवेशक अपने रियल एस्टेट पोर्टफोलियो को विविध बनाने पर ध्यान देंगे.
  • घरेलू निवेशक अधिक लाभदायक परिसंपत्तियों जैसे कार्यालय, औद्योगिक और वेयरहाउसिंग क्षेत्रों में निवेश बढ़ाएंगे.
Colliers के प्रबंध निदेशक, वैश्विक पूंजी बाजार, एशिया-प्रशांत क्रिस पिलग्रिम ने कहा,
  • APAC क्षेत्र के रियल एस्टेट बाजार में मजबूती दिख रही है और 2025 में भी यह रुझान जारी रहेगा.
  • कार्यालय क्षेत्र में कॉर्पोरेट विस्तार और मजबूत लीजिंग के चलते निवेश का रुझान बना रहेगा.
  • औद्योगिक, लॉजिस्टिक्स और आवासीय परिसंपत्तियों में दीर्घकालिक मांग स्थिर रहेगी.
  • खुदरा, हॉस्पिटैलिटी और वैकल्पिक परिसंपत्तियां भी निवेशकों को आकर्षित करेंगी.
2025 में भी मजबूत रहेगा एशिया-प्रशांत का रियल एस्टेट बाजार
भारत और अन्य प्रमुख बाजारों में रियल एस्टेट निवेश मजबूत बना रहेगा.
  • मुद्रास्फीति में गिरावट, आर्थिक विकास की सकारात्मक संभावनाएं और उधारी लागतों में कमी निवेश को बढ़ावा देगी.
  • रियल एस्टेट क्षेत्र में 2025 के दौरान भी निवेशकों की दिलचस्पी बनी रहने की उम्मीद है.
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