Reliance Industries Limited की दूसरी तिमाही के नतीजे घोषित, जानिए

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। कंपनी को 16,563 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है, हालांकि सालाना आधार पर इसमें 4.77% की मामूली गिरावट देखी गई है। पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 17394 करोड़ रुपए था। कंपनी ने सोमवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि चालू वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 16,563 करोड़ रुपए रहा, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह 17,394 करोड़ रुपए था। रिलायंस के खुदरा कारोबार और दूरसंचार इकाइयों का प्रदर्शन ठीक-ठाक रहा, लेकिन वैश्विक स्तर पर अधिक आपूर्ति के कारण रिफाइनरी और पेट्रोरसायन कारोबार में मार्जिन प्रभावित हुआ है।
कंपनी का कर पूर्व लाभ (ईबीआईटीडीए) दो प्रतिशत घटकर 43,934 करोड़ रुपए रहा। मुख्य रूप से अधिक कर्ज के कारण वित्तीय लागत पांच प्रतिशत बढ़कर 6,017 करोड़ रुपए होने से भी कंपनी का प्रदर्शन प्रभावित हुआ है। रिलायंस इंडस्ट्रीज का मुख्य कारोबार रिफाइनरी और पेट्रोरसायन क्षेत्रों का प्रदर्शन वैश्विक स्तर पर अत्यधिक आपूर्ति के कारण प्रभावित हुआ है। रूस से आयातित सस्ते कच्चे तेल से बनाए् गए पेट्रोलियम उत्पादों को बड़े पैमाने पर चीन बाजार में ला रहा है। इससे कंपनी के मार्जिन पर असर पड़ा है। दूसरी तरफ, कंपनी के दो प्रमुख कारोबार खुदरा और दूरसंचार का प्रदर्शन अपेक्षाकृत अच्छा रहा है। कंपनी की कुल आय मामूली बढ़कर 2.4 लाख करोड़ रुपए रही जो पिछले वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 2.38 लाख करोड़ रुपए थी। कंपनी का कर्ज सितंबर के अंत में बढ़कर 3.36 लाख करोड़ रुपए हो गया जो जून के अंत में 3.04 लाख करोड़ रुपए था। एक साल पहले इसी अवधि में यह 2.95 लाख करोड़ रुपए था।
कंपनी के मुताबिक, खुदरा इकाई रिलायंस रिटेल वेंचर लि. का शुद्ध लाभ दूसरी तिमाही में मामूली 1.28 प्रतिशत बढ़कर 2,836 करोड़ रुपए रहा। दुकानों की संख्या तीस जून तक 18,918 से बढ़कर 18,946 हो गई। कंपनी के मुताबिक, जियो प्लेटफॉर्म्स का चालू वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 23.4 प्रतिशत बढ़कर 6,539 करोड़ रुपए रहा। कंपनी ने बताया, इस दौरान प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व बढ़कर 195.1 रुपए प्रति माह हो गया।
हमारा विस्तृत कारोबार हमारी ताकत- मुकेश अंबानी 
जियो प्लेटफॉर्म्स में रिलायंस इंडस्ट्रीज का दूरसंचार और डिजिटल कारोबार शामिल है। कंपनी की परिचालन आय सितंबर तिमाही में 18 प्रतिशत बढ़कर 31,709 करोड़ रुपए हो गई। नतीजों के बारे में रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश डी. अंबानी ने कहा, ‘मुझे खुशी है कि एक बार फिर रिलायंस ने दिखाया है कि हमारा विस्तृत कारोबार हमारी ताकत है। हमारे डिजिटल कारोबार और तेल खोज और उत्पादन व्यवसाय ने मजबूत वृद्धि दर्ज की है।
जियो एयर फाइबर की पेशकश ग्राहकों को आ रही पसंद- अंबानी 
उन्होंने कहा, दुनिया में आ रहे बदलावों के चलते रिफाइनरी और पेट्रोरसायन (ओ टू सी) कारोबार को हुए नुकसान की कुछ हद तक भरपाई, डिजिटल और अपस्ट्रीम कारोबार (तेल खोज एवं उत्पाद) ने कर दी है। अंबानी ने कहा, प्रति उपभोक्ता राजस्व बढ़ने और ग्राहकों को जोड़ने के उपायों के चलते डिजिटल कारोबार में वृद्धि दर्ज की गई। जियो एयर फाइबर की पेशकश ग्राहकों को पसंद आ रही है और इससे ‘होम ब्रॉडबैंड’ में खासी तेजी देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि खुदरा क्षेत्र भौतिक और डिजिटल चैनल पर अपने उपभोक्ता संपर्क बिंदुओं और उत्पाद पेशकशों को लगातार बढ़ा रहा है। अंबानी ने कहा कि खुदरा कारोबार प्रसिद्ध घरेलू और वैश्विक कंपनियों के साथ साझेदारी जारी रखे हुए है, जिससे गुणवत्तापूर्ण उत्पादों की पेशकश का विस्तार हो रहा है।
उन्होंने कहा, हमारे खुदरा परिचालन को मजबूत करने पर ध्यान देने से हमें आने वाली तिमाहियों और वर्षों में इस कारोबार को तेजी से बढ़ाने और उद्योग की अग्रणी विकास गति को बनाए रखने में मदद मिलेगी। अंबानी ने यह भी कहा कि सौर पीवी मॉड्यूल का इस साल के अंत तक उत्पादन शुरू करने के लिए नए ऊर्जा कारखानों पर काम जारी है। इस वर्ष के अंत तक सौर पीवी मॉड्यूल का उत्पादन शुरू करने की दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा, सौर, ऊर्जा भंडारण प्रणालियों, हरित हाइड्रोजन, जैव-ऊर्जा और पवन ऊर्जा सहित नवीकरणीय समाधानों की एक विस्तृत श्रृंखला के साथ, नई ऊर्जा व्यवसाय वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा बदलाव में एक महत्वपूर्ण योगदानकर्ता बनने के लिए तैयार है।
जियो के ग्राहकों की संख्या सालाना आधार पर 4.2 प्रतिशत बढ़कर दूसरी तिमाही में 47.88 करोड़ हो गई, लेकिन यह पिछली तिमाही के 48.97 करोड़ से कम है। प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) बढ़कर 195.1 रुपए प्रति माह हो गया। पिछली तिमाही और एक साल पहले इसी तिमाही में यह 181.7 रुपए था। इसमें कहा गया है, हाल ही में शुल्क बढ़ोतरी का पूरा असर अगले दो-तीन महीनों में दिखेगा।
नतीजों के मुख्य बिंदु: 
  • रिलायंस ने 2,58,027 करोड़ रुपए का कंसोलिडेटिड राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 0.8% अधिक है।
  • रिलायंस का कंसोलिडेटिड EBITDA साल-दर-साल 2.0% घटकर 43,934 करोड़ रुपए रहा। डिजिटल सेवाओं के मज़बूत योगदान की वजह से O2C व्यवसाय में कमजोरी की भरपाई हो गई।
  • रिलायंस के टैक्स के बाद का कंसोलिडेटिड लाभ और सहयोगियों और संयुक्त उद्यमों के लाभ/(हानि) का हिस्सा साल-दर-साल 2.8% घटकर 19,323 करोड़ रुपए हो गया।
  • 30 जून 2024 को समाप्त तिमाही में पूंजीगत व्यय 34,022 करोड़ रुपए रहा।
  • 30 सितंबर 2024 तक आरआईएल का कंसोलिडेटिड शुद्ध ऋण 116,438 करोड़ रुपए रह गया है। 30 सितंबर 2023 तक ये ऋण 117,727 करोड़ रुपए था।
  • सितंबर 2024 को समाप्त तिमाही में जियो प्लेटफॉर्म्स का EBIDTA साल-दर-साल 17.8% बढ़कर 15,931 करोड़ रुपए हो गया है।
  • तिमाही के लिए Jio का शुद्ध लाभ 23.4% साल-दर-साल बढ़कर 6,539 करोड़ रुपए हो गया जो एक नया रिकॉर्ड है।
  • 25 सितंबर 2024 के अंत में जियो का ग्राहक आधार 47 करोड़ 88 लाख रुपए रहा, जो साल दर साल 4.2% अधिक था। दूसरी तिमाही FY25 में टैरिफ वृद्धि के बाद सीमित मात्रा में सिम-कंसोलिडेशन देखा गया
  • टैरिफ बढ़ोतरी और बेहतर सब्सक्राइबर मिक्स की वजह से जियो का ARPU बढ़कर 195.1 हो गया। टैरिफ बढ़ोतरी का पूरा असर अगली 2-3 तिमाहियों में दिखने को मिलेगा।
  • जियो का कुल डेटा और वॉइस ट्रैफ़िक साल दर साल 24% बढ़कर 45 अरब जीबी और 6.4% बढ़कर 1.42 ट्रिलियन मिनट हो गया है।
  • जियो ट्रू 5G को लॉन्च हुए दो साल भी पूरे नहीं हुए हैं लेकिन ये चीन को छोड़कर दुनिया का सबसे बड़ा 5G ऑपरेटर बन गया है। जियो ट्रू 5G के ग्राहक बढ़कर 14 करोड़ 70 लाख हो गए हैं।
  • जियो एयर फ़ाइबर के ग्राहक भी तेज़ी से बढ़ रहे हैं। सितंबर 2024 तक जियो एयर फ़ाइबर 28 लाख घरों तक पहुंच चुका है। होम कनेक्शन्स के मामले में यह दुनिया में अपनी तरह की सबसे तेज़ बढ़ोतरी है।
  • रिलायंस रिटेल का सकल राजस्व सितंबर 2024 की तिमाही में पिछले साल के मुकाबले 1.1% गिरकर 76,302 करोड़ रुपए रहा।
  • रिलायंस रिटेल का तिमाही ऑपरेशंस EBITDA 5,675 करोड़ रुपए रहा। ये (Y-o-Y) 1.0% ज़्यादा है। ऑपरेशंस EBITDA मार्जिन 8.5% ऊपर रही जो (Y-o-Y) 40 बेसिस पॉइंट ज़्यादा है।
  • रिलायंस रिटेल ने इस तिमाही में 464 नए स्टोर खोले। सितंबर 2024 के अंत तक रिलायंस देशभर में 18,946 स्टोर खोल चुकी है जिनका कुल क्षेत्रफल 7.94 करोड़ स्क्वेयर फुट है. स्टोर में होनेवाला फ़ुटफ़ॉल (Y-o-Y) 14% बढ़कर 29 करोड़ 70 लाख हो गया है।
  • रिलायंस रिटेल के पंजीकृत ग्राहकों की संख्या 32 करोड़ 70 लाख हो गई है जो ये दिखाता है कि ये देश के सबसे पसंदीदा रिटेल में से एक है। इसके कुल सौदे 34 करोड़ 30 लाख रहे जो (Y-o-Y) 8.9% अधिक हैं।
  • तिमाही में रिलायंस के ऑइल टू केमिकल्स व्यवसाय का राजस्व (Y-o-Y) 5.1% बढ़कर 155,580 करोड़ रुपए रहा। स्थानीय तेल की बिक्री बढ़ने से और ज़्यादा वॉल्यूम होने का फ़ायदा इस व्यवसाय को मिला है।
  • रिलायंस के ऑइल टू केमिकल्स व्यवसाय का EBITDA 23.7% (Y-o-Y) कम होकर 12,413 करोड़ रुपए रहा। कम डिमांड-सप्लाय बैलेंस के चलते ट्रांस्पोर्टेशन फ़्यूएल क्रैक्स में 50% की गिरावट दर्ज की गई। यही कमी डाउनस्ट्रीम केमिकल डेल्टा में भी देखी गई।
  • तिमाही में ऑइल एंड गैस व्यवसाय का राजस्व (Y-o-Y) 6.0% कम होकर 6,222 करोड़ रुपए रहा। कम क़ीमत मिलने के कारण ऐसा हुआ।
  • ऑयल एंड गैस सेगमेंट का तिमाही EBITDA साल दर साल 11% बढ़कर 5,290 करोड़ हो गया। तिमाही के लिए EBITDA मार्जिन 85.0% रहा।
  • तीसरी तिमाही में KGD6 का औसत गैस उत्पादन 28.5 MMSCMD रहा। ऑयल /कंडेनसेट का उत्पादन 20,800 बिलियन बैरल प्रतिदिन का रहा।
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